बिहार के मुंगेर में कोतवाली थाना क्षेत्र में सोमवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा हो गई. हिंसा में कई पुलिसवालों के घायल होने की खबर है जबकि एक शख्स की मौत भी हो गई है. साथ ही 7 अन्य लोगों को भी गोली लगने की खबर है. बताया जा रहा है कि शहर के दीनदयाल उपाध्याय चौक पर प्रतिमाओं को विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा जानबूझकर दुर्भावना से ग्रसित होकर पुलिस बल को निशाना बनाते हुए पथराव किया गया. पुलिस द्वारा रोके जाने पर उग्र लोगों की ओर से फायरिंग भी की गई. पुलिस ने बताया कि भीड़ के हमले में संग्रामपुर थानाध्यक्ष, कोतवाली थानाध्यक्ष, कासिम बाजार थानाध्यक्ष, बासुदेवपुर ओपी अध्यक्ष के अलावा 17 अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं.
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बताया जा रहा है कि पुलिस को निशाना बनाकर लगातार पथराव किए जाने और भीड़ द्वारा फायरिंग कर शहर में अफवाह फैलाई गई और माहौल को खराब किए जाने का प्रयास किया गया. पुलिस ने घटनास्थल से तीन हथियार, गोलियां और खोखा भी बरामद किए हैं. घटना के बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा घटनास्थल और मुंगेर सदर क्षेत्र का दौरा किया गया. फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है. दोषियों की पहचान की जा रही है.
मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के समय जो कुछ हुआ वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।EC को पूरे मामले का संज्ञान लेकर दोषी कर्मियों पर कारवाई करनी चाहिये।#mungerpolice
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) October 27, 2020
पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि जानबूझकर कुछ लोगों द्वारा पुलिस पर मारपीट करने का झूठा आरोप लगाते हुए माहौल को खराब किया गया और भीड़ को पुलिस के खिलाफ उकसाया गया. मामले को लेकर कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है. इस मामले को लेकर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए चुनाव आयोग से इसकी जांच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
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