
कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का पता लगाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को चिट्ठी लिखी है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इसमें लिखा है कि देश में कुछ स्थानों से संक्रमण के कुछ समूह सामने आए हैं, ऐसे क्लस्टर या हॉटस्पॉट का पता लगाने में सक्रिय निगरानी और टेस्ट महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में मामलों की संख्या, टेस्ट की दर और जिलेवार पॉजिटिविटी का सक्रिय रूप से पालन करते रहें. पत्र में स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि मामलों में किसी भी तरह की पॉजिटिविटी का तुरंत संज्ञान लिया जाना चाहिए और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों जैसे कि संपर्क ट्रेसिंग, संपर्कों को अलग करना, सकारात्मक पाए जाने वालों को अलग करना और उचित नियंत्रण सुनिश्चित करना चाहिए.
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भारत में ओमिक्रॉन के 2 केस कर्नाटक में मिले हैं. ओमिक्रॉन 46 साल के भारतीय और 66 साल के दक्षिण अफ्रीकी नागरिक में पाया गया है. दोनों ही मरीजों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कर्नाटक में दो ओमिक्रॉन मामलों कीपुष्टि करते हुए बताया था कि कॉन्टैक्ट को आइडेंटिफाई कर लिया गया है. इन दोनों में मामूली लक्षण है.दुनिया में इस वेरिएंट के अब तक जितने मामले आए हैं, उसमें सीरियस लक्षण नहीं हैं.
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कोरोना वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा है कि जिन टूल्स का इस्तेमाल हमने कोरोना महामारी में इस्तेमाल किया है, वही हमें करना होगा.हॉस्पिटल इंफ्रा को भी चिन्हित किया गया है. ये नई चुनौती है. हम मामले को पकड़ पाए यानी सिस्टम काम कर रहा है. मास्क यूनिवर्सल वैक्सीन की तरह है, इसे लेकर लापरवाही न बरतें. यह तमाम वेरिएंट को रोकता है. वैक्सीन के दोनों डोज में देर न करें. इसके साथ ही हवादार माहौल में रहें. उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है लेकिन जिम्मेदारी दिखाते हुए सजग रहना होगा. इस नई चुनौती का भी सामना करेंगे.
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