राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र शनिवार को अयोध्या पहुंचे. हनुमान गढ़ी में दर्शन-पूजन के बाद वह रामलला के दरबार गए. अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्होंने मंदिर निर्माण कार्य का आकलन किया. दौरे के दौरान यहां के कमिश्नर एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय भी नृपेंद्र मिश्र के साथ रहे. इस दौरान उन्होंने राम जन्मभूमि परिसर में करीब तीन घंटे बिताए. इसके बाद श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के स्थानीय सदस्यों और जिम्मेदार अधिकारियों के साथ बैठक कर शिलाओं को लाने वाले रास्ते का निरीक्षण किया.
न्यास कार्यशाला का निरीक्षण करने के बाद नृपेंद्र मिश्र का काफिला सर्किट हाउस के लिए रवाना हुए/ इसके बाद वह उस जगह गए, जहां नवरात्रि के दौरान रामलला को ले जाया जाना है. मंदिर निर्माण समिति के एक सदस्य ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि निर्माण कार्य कैसे होना है, अभी इसका खाका तैयार किया जा रहा है। कितने चरण में कौन-सा काम पूरा होगा, इसका भी आकलन किया जा रहा है. इसके अलावा, पुराने पत्थरों की साफ-सफाई के लिए भी बातें हुई हैं. काम जल्द शुरू होगा. चूंकि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मौजूद नहीं थे, इसलिए बैठक की ज्यादा बातें अभी खुलकर सामने नहीं आई हैं. नृपेंद्र मिश्र ने भी मीडिया से बात करने से मना कर दिया.
नृपेन्द्र मिश्र रात्रि विश्राम अयोध्या में करेंगे और अगले दिन रविवार को दोपहर में दिल्ली लौटने से पहले श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के स्थानीय सदस्यों और अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे. हालांकि, मंदिर निर्माण शुरू करने की निर्णायक घोषणा श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में किया जाएगा। यह बैठक मार्च के प्रथम सप्ताह में होने की चर्चा है. सर्वोच्च न्यायालय से फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण के लिए काम शुरू होने की कवायद चल रही है। इसी के साथ ही रामलला को टेंट के जीर्ण-शीर्ण अस्थायी गर्भगृह से अपेक्षित साज-सुविधायुक्त गर्भगृह में शिफ्ट किया जाना है. सूत्र ने बताया कि नृपेंद्र मिश्र का अयोध्या में रात्रि प्रवास इस बात का संकेत है कि वह दौरे का होमवर्क पूरा करके आए हैं। बताया जा रहा है कि वह रविवार को ट्रस्ट के स्थानीय सदस्यों के साथ बैठक के साथ मंदिर निर्माण की दिशा में ठोस कदम बढ़ाएंगे.
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विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि जिन पत्थरों पर काई जम गई है, उसकी सफाई जल्द होगी. साफ-सफाई करने वालों से संपर्क साधा जा रहा है. मंदिर निर्माण की दिशा में कार्य धीरे-धीरे बढ़ रहा है.
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