प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री पद देने के वादे को पूरा नहीं करने के आरोप लगाते हुए आरपीआई प्रमुख रामदास अठावले ने गुरुवार को भगवा पार्टी से कहा कि वह इस पर गौर करे अथवा 'महायुति' के टूटने का खतरा है।
अठावले ने कहा, 'लगता है कि भाजपा अपनी शानदार जीत में छोटे दलों की भूमिका को भूल गई है। अगर वास्तव में वे हमारे महत्व को भूल गए हैं तो मैं उन्हें याद दिलाता हूं कि निकट भविष्य में चार महत्वपूर्ण नगर निगम चुनाव हैं।'
उन्होंने कहा, 'निकट भविष्य में कल्याण-डोंबिवली और नवी मुंबई निगम चुनाव होने हैं और 2017 में ठाणे और बृहन्मुंबई निगम चुनाव होंगे। अगर भाजपा अब भी हमारे महत्व को तरजीह नहीं देती और हमारा उचित हिस्सा नहीं देती तो इन चुनावों में हम दूसरों से गठबंधन करने को बाध्य होंगे।'
उन्होंने कहा कि शिव संग्राम पार्टी के अध्यक्ष विनायक मेटे, राष्ट्रीय समाज पक्ष के महादेव जानकार और स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के राजू शेट्टी से बातचीत हुई है और सभी ने भाजपा के 'कठोर' रुख पर नाखुशी जताई है।
उन्होंने कहा, 'अगर हमने विधानसभा चुनावों में शिवसेना से गठबंधन किया होता तो भाजपा को कम से कम 20 से 25 सीटों का नुकसान होता जिसका फायदा शिवसेना को मिलता।'
देवेन्द्र फडणवीस सरकार के ध्वनिमत से विश्वासमत जीतने के बारे में पूछने पर अठावले ने कहा कि यह 'असंवैधानिक' है और महाराष्ट्र के राजनीतिक इतिहास में अभूतपूर्व है।
उन्होंने कहा, 'विधानसभा अध्यक्ष को नियमों का पालन सुनिश्चत कराना चाहिए था। जो चीज असंवैधानिक है उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।' अठावले ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सांसद आदर्श ग्राम योजना' के तहत पालघर जिले के उमरोली गांव को गोद ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'हमने राज्य सरकार से मांग की है कि बाबा साहब अम्बेडकर के स्मारक के निर्माण के लिए हमें इंदु मिल की जमीन मुहैया कराई जाए। अगर 5 दिसम्बर तक हमें जमीन मुहैया नहीं कराई जाती तो हम इन्दु मिल परिसर में घुस जाएंगे और परिसर में जबरन काम शुरू कर देंगे।'
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