फाइल फोटो
नई दिल्ली:
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि हरियाणा में जाट आंदोलन से निपटने के क्रम में केंद्र या राज्य सरकार की ओर से कोई चूक नहीं हुई थी। जाट आंदोलन के दौरान हरियाणा में हुई हिंसा को लेकर कई सदस्यों द्वारा सरकार की आलोचना के बीच राजनाथ ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि केंद्र या राज्य की ओर से कोई चूक हुई है।'
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार को उम्मीद थी कि समुदाय के नेताओं के साथ हो रही बातचीत से कोई समाधान निकल आएगा। लेकिन बातचीत सफल नहीं हुई और आंदोलन हिंसक हो गया, जिसमें बीएसएफ के जवानों को गोलियां चलानी पड़ी और तीन लोगों की मौत हुई।
राजनाथ सिंह राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि उस दौरान हरियाणा सरकार और केंद्र के बीच अच्छा समन्वय था और दोनों के पदाधिकारी एक-दूसरे के निरंतर संपर्क में थे।
उन्होंने कहा कि आंदोलन से पहले और उस दौरान प्रदेश सरकार को समय-समय पर खुफिया जानकारी मुहैया कराई गई और केंद्र ने 19 फरवरी को एक परामर्श पत्र भी जारी किया था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार को उम्मीद थी कि समुदाय के नेताओं के साथ हो रही बातचीत से कोई समाधान निकल आएगा। लेकिन बातचीत सफल नहीं हुई और आंदोलन हिंसक हो गया, जिसमें बीएसएफ के जवानों को गोलियां चलानी पड़ी और तीन लोगों की मौत हुई।
राजनाथ सिंह राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि उस दौरान हरियाणा सरकार और केंद्र के बीच अच्छा समन्वय था और दोनों के पदाधिकारी एक-दूसरे के निरंतर संपर्क में थे।
उन्होंने कहा कि आंदोलन से पहले और उस दौरान प्रदेश सरकार को समय-समय पर खुफिया जानकारी मुहैया कराई गई और केंद्र ने 19 फरवरी को एक परामर्श पत्र भी जारी किया था।
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