दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) से जुड़े कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच असम (Assam) सरकार ने निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए तबलीगी जमात के लोगों को जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती होकर जांच कराने का आदेश दिया है. अगर इस आदेश का पालन नहीं किया जाएगा तो उनपर गैर इरादतन हत्या (Culpable Homicide) का मामला दर्ज किया जाएगा. सरकार ने निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले लोगों को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा है कि मंगलवार 6 सुबह से पहले अगर वह किसी भी अस्पताल में भर्ती नहीं होते हैं तो उनपर कड़ी कार्रवाई करते हुए गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक जमात के ज्यादातर सदस्य अबतक अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों से संपर्क नहीं किया और वह छिपे हुए हैं. असम सरकार ने इन्हें ढू़ढ़ने के लिए बहुत बड़ा तलाशी अभियान चलाया है. जमात के लोगों के संपर्क में जो लोग आए हैं उन्हें भी हिदायत दी गई है कि वह जल्द से जल्द जांच के लिए सामने आएं. रविवार को असम के दारंग जिले में महाराष्ट्र से आए तबलीगी जमात के 9 सदस्यों का पता चला था, जिन्होंने पुलिस को इस बारे में कोई सूचना नहीं दी थी. इन्हें बाद में पुलिस ने पकड़ लिया.
असम पुलिस प्रमुख भास्कर ज्योति महंत ने NDTV को बताया, 'हमने पहले से ही तलाशी अभियान चला रखा है. तबलीगी से सीधा संपर्क रखने वाले लगभग 80 लोगों की हमें तलाश है. जहां तक हमने इसे लेकर तहकीकात की है कमसे कम 380 लोगों को हमें खोजने की जरूरत पड़ेगी. हम उन 30 लोगों को भी निकाल लेंगे जो फिलहाल छुपे हुए हैं. इसपर हमारे स्पेशल सेल की टीम काम कर रही है. हमने इन्हें पकड़ने के लिए मुस्लिम समुदायों से भी मदद मांगी है. हमने फैसला लिया है कि मंगलवार सुबह 6 बजे तक जो लोग हमारे साथ सहयोग नहीं करेंगे या जानबूझकर छुपने की कोशिश करेंगे उनपर कड़ी कार्रवाई करते हुए आईपीसी की धारा 308 लगाकर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करेंगे.
अभी तक राज्य में कोरोनावायरस के 26 संक्रमित मामले सामने आए हैं, जिनमें 25 किसी न किसी तरह से तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं. अभी तक सरकार ने इनलोगों के मोबाइल का लोकेशन ट्रैक करते हुए 800 लोगों की पहचान की है, जो निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे.
असम के मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने पहले कहा था कि जमात के ज्यादातर सदस्य सरकार के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं. हम असम में तबलीगी जमात के कई सदस्यों के साथ बातचीत कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि जो लोग अबतक छुपे हुए हैं वो सामने आएंगे और हमसे संपर्क करेंगे. अगर वे सामने नहीं आते हैं तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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