विज्ञापन
This Article is From Nov 02, 2020

बिहार विधानसभा चुनाव: चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के नाम लिखा खत, कहा- 'ढोंग न करें मुख्यमंत्री'

Bihar Election 2020 : चिराग ने लिखा, नीतीश जी उनके पिता के आखिरी दिनों को लेकर चिंतित हो गए हैं, लेकिन पापा जब तक जिंदा थे, तब तक उन्होंने कभी उनसे मिलने का प्रयास नहीं किया औऱ न ही कभी फोन किया.

बिहार विधानसभा चुनाव: चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के नाम लिखा खत, कहा- 'ढोंग न करें मुख्यमंत्री'
Bihar Polls 2020 :चिराग पासवान के कार्यालय ने यह पत्र जारी किया है (फाइल फोटो)
पटना:

बिहार विधानसभा (Bihar Election 2020) के दूसरे चरण के चुनाव के ठीक एक दिन पहले लोजपा नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर फिर सीधा हमला बोला है. चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि जब उनके पिता बीमार थे तो नीतीश कभी देखने नहीं आए औऱ आज हमदर्दी जताकर ढोंग कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- चिराग ने की भविष्यवाणी, चुनाव के बाद नीतीश NDA छोड़ देंगे, 2024 में पीएम मोदी को देंगे चुनौती

चिराग पासवान के कार्यालय ने सोमवार को यह पत्र जारी किया है, जिसमें नीतीश पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. चिराग ने लिखा कि नीतीश जी उनके पिता के आखिरी दिनों को लेकर अचानक से चिंतित हो गए हैं, लेकिन पापा जब तक जिंदा थे, तब तक उन्होंने कभी उनसे मिलने का प्रयास नहीं किया औऱ न ही कभी फोन किया. जबकि प्रधानमंत्री आखिरी वक्त उनके पिता के इलाज के लिए दिन-रात प्रयासरत थे. नीतीश जी आजकल अक्सर प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते हैं. उन्हें इतनी ही चिंता थी तो प्रधानमंत्री से ही बाद में पूछ लेते कि क्यों पापा के आख़िरी दिनो में कोई उनसे नहीं मिल पा रहा था. 

वीडियो लीक करने का मुद्दा भी उठाया
चिराग ने पिता की मौत के कुछ वक्त बाद लोजपा के विजन डॉक्यूमेंट का वीडियो शूट लीक करने का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि नीतीश जी आप मेरे बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट की आलोचना कर सकते थे, लेकिन इसकी बजाय वीडियो लीककर यह दिखाने का प्रयास किया गया कि कैसे पिता की मौत के बाद वह शूटिंग कर रहे थे. चिराग ने सवाल उठाया कि पिता का निधन ऐसे वक्त हुआ जब वह पहले चरण के उम्मीदवारों के नाम तय कर रहे थे. पहले चरण का चुनाव प्रचार शुरू हो चुका था. लेकिन मान्यताओं की वजह से उन्हें दस दिन घर से बाहर नहीं निकलना था और वह पार्टी कार्यकर्ताओं को बीच मझधार में नहीं छोड़ सकते थे. यही वजह थी कि पिता की मौत के कुछ घंटों बाद ही उन्हें काम पर लौटना पड़ा. 

पांच साल का हिसाब दें मुख्यमंत्री
चिराग ने लिखा, निजी हमले करने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औऱ कमजोर दिखते हैं. उन्हें जनता के सामने विकास का अपना रोडमैप पेश करने के साथ पिछले पांच साल के कामकाज का हिसाब देकर वोट मांगना चाहिए. लेकिन जदयू नेता और कार्यकर्ता निजी हमले कर उनके परिवार को ठेस पहुंचा रहे हैं. लेकिन बिहार की जनता ये खेल समझ रही है. मुंगेर में जिस तरह भक्तों पर गोली चलाई गई, उससे सबका ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है. नीतीश को चुनाव मुद्दों पर लड़ना चाहिए औऱ वह किसी भी मंच पर उनके साथ चर्चा करने को तैयार हैं.
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com