नोटबंदी पर अपने रुख की 30 दिसबंर के बाद समीक्षा करेंगे सीएम नीतीश कुमार

नोटबंदी पर अपने रुख की 30 दिसबंर के बाद समीक्षा करेंगे सीएम नीतीश कुमार

सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

पटना:

नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम का समर्थन करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 30 दिसम्बर के बाद इस मुद्दे पर अपने निर्णय की समीक्षा करेंगे. नीतीश ने कहा कि इस मुद्दे पर तमाम तरह की रिपोर्ट के बावजूद फिलहाल वह किसी जल्दबाजी में नहीं है.

प्रधानमंत्री ने 50 दिन का समय मांगा है, इस अवधि के बाद वह भी इसकी विस्तृत समीक्षा करेंगे. हालांकि नीतीश कुमार के साथ सरकार में सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल ने शनिवार को नोटबंदी पर एक बैठक बुलाई है, जिसमें इस मुद्दे पर आम लोगों को हो रही दिक्कत के मद्देनजर आंदोलन के कार्यक्रम को अंतिम रूप देगी. जहां लालू यादव और कांग्रेस पार्टी फ़िलहाल इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हर दिन हमले बोलते हैं वहीं नीतीश कुमार के मंगलवार के बयान से साफ़ है कि फिलहाल वह केंद्र को कुछ और समय देना चाहते हैं हालांकि वह भी मानते हैं कि केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर जितनी तैयारी करनी चाहिए थी उसका अभाव बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारों से साफ दिखता है.      

हालांकि राज्य में शराबबंदी की समीक्षा के लिए बुलाई गई पार्टी की इस बैठक में नशाबंदी की मुहिम को कैसे चलाया जाए उसके बारे में पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को बताना था, लेकिन नीतीश यहां केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर बरसे. नीतीश ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने वादों को पूरा नहीं किया.

शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश ने बिहार की विपक्षी पार्टी बीजेपी द्वारा आलोचना पर जवाब देते हुए कहा कि हिम्मत है तो बोलो, शराबबंदी गलत है. नीतीश बीजेपी नेता सुशील मोदी द्वारा उस बयान से काफी खफा दिखे जिसमें उन्होंने यह आरोप लगाया था कि शराबबंदी के बाद राज्य को 5000 करोड़ के राजस्व की क्षति हुई है.

उस पर नीतीश ने कहा कि सरकार का काम केवल व्यापार करना नहीं है, बल्कि यह भी देखना है कि शराबबंदी के बाद राज्य के लोगों के 10 हज़ार करोड़ की बचत हो रही है. नीतीश ने लगे हाथ यह भी कह डाला कि जब केंद्र कुछ अच्छा करता है तब उसका समर्थन करने में वह देर नहीं करते, लेकिन बिहार में कुछ अच्छा करने पर विपक्ष गलतियां निकालना शुरू कर देता है.


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com