बिहार के सीएम नीतीश कुमार.
नई दिल्ली:
एक राष्ट्र एक चुनाव के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने विचार कई बार सार्वजनिक तौर पर रखे हैं. वह अपनी पार्टी के नेताओं से लेकर मीडिया और आम नागरिकों से इस मुद्दे पर बहस और चर्चा के लिए लिए आग्रह करते रहे हैं. इस बार संसद के बजट सत्र में अभिभाषण भाषण के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी थी.
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद जैसे विपक्षी दलों ने इस मुद्दों को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ लोकसभा चुनाव कराने की योजना करार देते हुए खारिज कर दिया वहीं, कुछ नेताओं ने इस विचार को सराहा है. इस मुद्दे पर नीति आयोग ने भी साफ कहा है कि एक साथ सभी राज्यों और लोकसभा के चुनाव कराने में दिक्कत आएगी.
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लेकिन, देश से जुड़े इस सबसे अहम मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी को सहयोगी दल जेडीयू का साथ मिला है. जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह इस विचार के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि वह काफी समय से इसका समर्थन करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर एक साथ चुनाव कराए जाते हैं, तब खर्चा काफी कम हो जाएगा और चुनी हुई सरकार के पास काम करने के लिए ज्यादा समय होगा. साथ ही नीतीश कुमार ने यह भी साफ किया कि इस लागू करने से पहले सभी की मंजूरी भी ली जानी चाहिए.
VIDEO: एक देश एक चुनाव!
यहां पर यह भी उल्लेख करना आवश्यक हो जाता है कि नीतीश कुमार ने रविवार को ही पार्टी नेताओं की एक बैठक में साफ किया था कि बिहार का चुनाव 2020 में होगा.
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद जैसे विपक्षी दलों ने इस मुद्दों को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ लोकसभा चुनाव कराने की योजना करार देते हुए खारिज कर दिया वहीं, कुछ नेताओं ने इस विचार को सराहा है. इस मुद्दे पर नीति आयोग ने भी साफ कहा है कि एक साथ सभी राज्यों और लोकसभा के चुनाव कराने में दिक्कत आएगी.
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लेकिन, देश से जुड़े इस सबसे अहम मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी को सहयोगी दल जेडीयू का साथ मिला है. जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह इस विचार के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि वह काफी समय से इसका समर्थन करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर एक साथ चुनाव कराए जाते हैं, तब खर्चा काफी कम हो जाएगा और चुनी हुई सरकार के पास काम करने के लिए ज्यादा समय होगा. साथ ही नीतीश कुमार ने यह भी साफ किया कि इस लागू करने से पहले सभी की मंजूरी भी ली जानी चाहिए.
VIDEO: एक देश एक चुनाव!
यहां पर यह भी उल्लेख करना आवश्यक हो जाता है कि नीतीश कुमार ने रविवार को ही पार्टी नेताओं की एक बैठक में साफ किया था कि बिहार का चुनाव 2020 में होगा.
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