नितिन गडकरी ने कहा- 'गोवा में सरकार गठन के लिए कुछ भी अवैधानिक नहीं किया'

नितिन गडकरी ने कहा- 'गोवा में सरकार गठन के लिए कुछ भी अवैधानिक नहीं किया'

नितिन गडकरी (फाइल फोटो)

पणजी:

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गोवा में सरकार बनाने के लिए कुछ भी अवैधानिक नहीं किया. उन्होंने यह जरूर खुलासा किया कि पार्टी को सत्ता में लाने के लिए पर्दे के पीछे बहुत निर्णायक तरकीबें इस्तेमाल में लाई गईं. गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. बीजेपी ने 13 सीटें जीती थीं. बहुमत के लिए 21 सीटों की जरूरत थी और इसका इंतजाम बीजेपी ने कर लिया था.

यहां मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को सम्मानित करने के लिए हुई एक रैली में गडकरी ने कहा कि राज्य में गठबंधन सरकार को अस्तित्व में लाने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की रही. गडकरी ने कहा कि सरकार बनाने में बड़ी बाधा दो निर्दलीय विधायकों के ऊहापोह से आ रही थी. इनकी मदद 21 के आंकड़े को छूने के लिए जरूरी थी. इस समस्या की काट के लिए उनके कैंप तक यह खबर पहुंचाई गई कि अन्यों को मंत्री पद दिया जा रहा है.

गडकरी ने कहा कि यह संदेश पहुंचने के साथ ही निर्दलीय विधायकों ने खुद ही बीजेपी से संपर्क किया और उससे जुड़ने की पेशकश की. गोवा में बीजेपी ने गोवा फारवर्ड और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है. कांग्रेस के इस आरोप पर कि सरकार गठन में संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है, गडकरी ने कहा, "हमने कुछ भी गलत नहीं किया. भारत के इतिहास में, लोकसभा और विधानसभाओं के चुनावों में, उसी को सरकार बनाने के लिए बुलाया जाता है जिसके पास बहुमत होता है."

गडकरी को अमित शाह ने गोवा में सरकार गठन की प्रक्रिया पर ध्यान देने के लिए तैनात किया था. गडकरी ने कहा कि शाह ही गोवा सरकार गठन के मुख्य किरदार हैं. गडकरी ने कहा, "मेरा मूड ऐसा था कि हम शायद सरकार न बना पाएं, इसलिए हमें कोशिश छोड़ देनी चाहिए. लेकिन, उन्होंने (अमित शाह ने) मुझे कॉल किया और कहा कि गोवा जाओ, सरकार किसी भी कीमत पर बननी चाहिए."

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com