निर्मला सीतारमन (फाइल फोटो)
कोयंबटूर:
केवल गैर-कांग्रेस शासित राज्यों में किसानों से बातचीत करने को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारण ने शनिवार को उन्हें कृषि संकट की जमीनी हकीकत को जानने के लिए उनकी पार्टी द्वारा शासित राज्यों का दौरा करने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी को मैं कांग्रेस शासित राज्यों खासकर कर्नाटक जाने की चुनौती देती हूं जहां पिछले कुछ महीनों में बड़ी संख्या में किसानों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं हुईं।’’
तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के अनंतपुर में राहुल गांधी के दौरों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें कम से कम महाराष्ट्र जाना चाहिए था जहां पिछले कांग्रेस शासन में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की।
निर्मला सीतारमण ने जानना चाहा कि उन्होंने ऐसी मौतों का क्या हल पेश किया है।
भूमि विधेयक पर राहुल गांधी के विरोध पर वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ने कहा कि गांधी के इस बयान से कि वह जमीन का एक टुकड़ा भी सरकार द्वारा अधिग्रहीत नहीं होने देंगे, से ऐसा जान पड़ता है कि वह विकास के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि आखिर किसके लाभ के लिए जमीन अधिग्रहीत की जा रही है- पुल, सड़कें और अन्य बुनियादी ढांचे के लिए।
निर्मला सीतामरण ने इस बात से असहमति जताई कि ऊंची आकांक्षएं पाले लोग नरेंद्र मोदी के एक साल के कामकाज से खुश नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वाकई, मुझे भाजपा सरकार के बारे में जो धारणा मिली है, वह यह है कि विषम परिस्थितियों के बाद भी वह अर्थव्यवस्था को बहाल करने में जुटी है जो पिछले दस सालों में बिखरी गई थी।’’ जब उनसे कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के इस विवादास्पद जवाब के बारे में पूछा गया कि प्रेम प्रसंग के कारण भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें गलत ढंग से समझा गया। वह बस राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़े का उल्लेख कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी को मैं कांग्रेस शासित राज्यों खासकर कर्नाटक जाने की चुनौती देती हूं जहां पिछले कुछ महीनों में बड़ी संख्या में किसानों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं हुईं।’’
तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के अनंतपुर में राहुल गांधी के दौरों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें कम से कम महाराष्ट्र जाना चाहिए था जहां पिछले कांग्रेस शासन में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की।
निर्मला सीतारमण ने जानना चाहा कि उन्होंने ऐसी मौतों का क्या हल पेश किया है।
भूमि विधेयक पर राहुल गांधी के विरोध पर वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ने कहा कि गांधी के इस बयान से कि वह जमीन का एक टुकड़ा भी सरकार द्वारा अधिग्रहीत नहीं होने देंगे, से ऐसा जान पड़ता है कि वह विकास के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि आखिर किसके लाभ के लिए जमीन अधिग्रहीत की जा रही है- पुल, सड़कें और अन्य बुनियादी ढांचे के लिए।
निर्मला सीतामरण ने इस बात से असहमति जताई कि ऊंची आकांक्षएं पाले लोग नरेंद्र मोदी के एक साल के कामकाज से खुश नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वाकई, मुझे भाजपा सरकार के बारे में जो धारणा मिली है, वह यह है कि विषम परिस्थितियों के बाद भी वह अर्थव्यवस्था को बहाल करने में जुटी है जो पिछले दस सालों में बिखरी गई थी।’’ जब उनसे कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के इस विवादास्पद जवाब के बारे में पूछा गया कि प्रेम प्रसंग के कारण भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें गलत ढंग से समझा गया। वह बस राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़े का उल्लेख कर रहे थे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
निर्मला सीतारमन, कांग्रेस शासित राज्य, किसानों, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, Nirmala Sitaraman, Congress Ruled State, Farmers, Congress Vice President, Rahul Gandhi