मुंबई:
एनडीटीवी ग्रुप के एग्जक्यूटिव को-चेयरमैन डॉ. प्रणॉय रॉय को पत्रकारिता और विशेषकर टीवी पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया है। डॉ. रॉय को मुंबई के जमशेद भाबा ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
द रेडइंक अवॉर्ड में पहली बार 'जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर' अवॉर्ड की घोषणा की गई तो यह अवॉर्ड भी एनडीटीवी के पत्रकार श्रनिवासन जैन की झोली में आया। एनडीटीवी की ही सुप्रीता दास को बेस्ट टीवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के अवॉर्ड से नवाजा गया।
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजे गए डॉ. रॉय ने सबसे पहले 1988 में अपनी पत्नी और पत्रकार राधिका रॉय के साथ टीवी न्यूज प्रोडक्शन कंपनी बनाई थी, जिसका नाम 'नई दिल्ली टेलीविजन' रखा गया और आज इसे 'NDTV' के नाम से जाना जाता है। बाद में डॉ. रॉय ने 'द न्यूज टुनाइट' और 'द वर्ल्ड दिस वीक' जैसे बेहतरीन न्यूज कार्यक्रमों से टीवी पर खबरों की दुनिया ही बदल दी।
2003 में डॉ. रॉय ने अंग्रेजी न्यूज चैनल 'NDTV 24X7' और हिन्दी खबरिया चैनल 'NDTV इंडिया' की नींव रखी। एनडीटीवी ने अपनी अच्छी, नैतिक और बिना किसी तामझाम की कवरेज से टीवी न्यूज की दुनिया में एक अलग मुकाम हासिल किया है।
द रेडइंक अवॉर्ड में पहली बार 'जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर' अवॉर्ड की घोषणा की गई तो यह अवॉर्ड भी एनडीटीवी के पत्रकार श्रनिवासन जैन की झोली में आया। एनडीटीवी की ही सुप्रीता दास को बेस्ट टीवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के अवॉर्ड से नवाजा गया।
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजे गए डॉ. रॉय ने सबसे पहले 1988 में अपनी पत्नी और पत्रकार राधिका रॉय के साथ टीवी न्यूज प्रोडक्शन कंपनी बनाई थी, जिसका नाम 'नई दिल्ली टेलीविजन' रखा गया और आज इसे 'NDTV' के नाम से जाना जाता है। बाद में डॉ. रॉय ने 'द न्यूज टुनाइट' और 'द वर्ल्ड दिस वीक' जैसे बेहतरीन न्यूज कार्यक्रमों से टीवी पर खबरों की दुनिया ही बदल दी।
2003 में डॉ. रॉय ने अंग्रेजी न्यूज चैनल 'NDTV 24X7' और हिन्दी खबरिया चैनल 'NDTV इंडिया' की नींव रखी। एनडीटीवी ने अपनी अच्छी, नैतिक और बिना किसी तामझाम की कवरेज से टीवी न्यूज की दुनिया में एक अलग मुकाम हासिल किया है।
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