वित्त मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने शुक्रवार को बजट (Budget 2019) पेश करते हुए कहा कि 'नौकरी तलाशने वाले अब नौकरियां दे रहे हैं.' गोयल ने अपनी यह बात छोटे व्यवसायों को ऋण देकर बढ़ावा देने के लिए साल 2015 में लॉन्च की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Yojana) का जिक्र करते हुए कही. सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत स्कीम शुरू होने के बाद से 7.3 लाख करोड़ रुपये के 15.56 करोड़ लोन दिए गए हैं. सार्वजनिक तौर पर जो आंकड़ा है, वह तो इससे मिल रहा है, लेकिन स्कीम के तहत कितना रोजगार पैदा हुआ इसकी सच्चाई क्या है? यह जानने के लिए एनडीटीवी ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में आरटीआई फाइल करके जानकारी मांगी कि मुद्रा योजना के तहत कितना रोजगार पैदा हुआ?
आरटीआई में पहला सवाल पूछा गया था, 'मुद्रा के तहत कितना रोजगार पैदा हुआ. और किस आधार पर ये आंकड़ें सामने आए?' दूसरा सवाल किया गया, 'इस योजना के लाभार्थियों की जानकारी उपलब्ध करवाएं.' वहीं तीसरा सवाल पूछा गया था, '2009 से अभी तक पहली बार लोन लेने वालों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाएं.'
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जब मंत्रालय ने आरटीआई का जवाब दिया तो उसमें पहले सवाल को बिल्कुल नजरअंदाज कर दिया गया. उन्होंने दूसरे सवाल से जवाब देने शुरु किए. बाकी के दो सवालों के जवाब में भी सरकार की ही बात को दोहराया गया है. उसमें कहा गया इस योजना से 'रोजगार बढ़ा' है. हालांकि, इन दावों को पुख्ता साबित करने के लिए किसी तरह के कोई आंकड़े नहीं दिए गए.
बता दें, पीयूष गोयल ने बजट के दौरान कहा था कि सरकार ने मुद्रा योजना के तहत 7.23 लाख करोड़ रुपए के 15.56 लाख कर्ज मंजूर किए हैं और इनका लाभ पाने वालों में बड़ा हिस्सा महिलाओं का है. गोयल ने कहा कि मुद्रा योजना लाभार्थियों में 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं. उद्यमिता के क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत स्टार्टअप का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है. उन्होंने इस बात को रेखांकित किया अब कारोबार करना आसान हो गया है. उन्होंने कहा कि अब 59 मिनट के भीतर एक करोड़ रुपए का रिण लिया जा सकता है. गोयल ने बताया कि सरकार के कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत एक करोड़ से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है.
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उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी नीत सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 26 सप्ताह का मातृत्व अवकाश मुहैया कराने और प्रधानमंत्री मातृत्व योजना समेत कई कदम उठाए हैं. गोयल ने नि:शुल्क गैस कनेक्शन मुहैया कराने वाली उज्ज्वला योजना को ‘सफलता की उल्लेखनीय कहानी' करार देते हुए कहा कि उज्ज्वला के तहत आठ करोड़ मुफ्त एलपीजी कनेक्शन में से गरीब महिलाओं को पहले की छह करोड़ कनेक्शन मुहैया कराए जा चुके हैं.
उन्होंने ढांचागत सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि देश में अब 100 हवाईअड्डे काम कर रहे हैं और पिछले पांच साल में यात्रियों का आवागमन दोगुना हुआ है. गोयल ने कहा कि भारत राजमार्ग विकसित करने के मामले में दुनिया में सबसे आगे है. देश में प्रतिदिन 27 किलोमीटर राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दशकों से अटकी योजनाएं पूरी की गई हैं और सागरमाला जैसी योजना से कारों के आयात एवं निर्यात को तेज करने में मदद मिलेगी.
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