छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा (Naxal Attack In Dantewada) में बीजेपी विधायक के काफिले पर हुआ नक्सली हमला (Naxal Attack In Dantewada) इस तरह का कोई पहला हमला नहीं है. नक्सलियों ने इससे पहले भी कई बार या तो नेताओं के काफिले पर हमला किया या फिर उनके परिजनों को निशाना बनाया था. अभी तक का सबसे भयावक हमला (Naxal Attack In Dantewada) वर्ष 2013 में हुआ था जब नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला कर कुल 25 नेताओं की हत्या कर दी थी. आइये जानते हैं नक्सलियों ने कब-कब दिया इस तरह के हमलों को अंजाम....
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई नेताओं की गई थी जान
नक्सलियों ने नेताओं के काफिले पर सबसे बड़ा हमला 25 मई 2013 को किया था. घटना से कुछ समय पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परिवर्तन यात्रा निकाल रहे थे. घटना सुकमा जिले के तोंगपाल से 31 किमी पहले झीरम घाटी में हुआ था. इस हमले में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा, पूर्व विधायक उदय मुदलियार और नूर मोहम्मद मारे गए थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला समेत आधा दर्जन कांग्रेसी गंभीर रूप से घायल हुए थे. हमले में पांच कांग्रेसी और सात सुरक्षा कर्मियों समेत दो दर्जन लोग मारे गए थे. पुलिस के अनुसार इस हमले में 1200 हथियारबंद नक्सली शामिल थे. इस समय राज्य में बीजेपी की सरकार थी.
जब हमले में घायल हो गए थे बीजेपी नेता
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पिछले साल अक्टूबर के महीने में हुए एक नक्सली हमले में बीजेपी के एक नेता गंभीर रूप से घायल हो गए थे. पुलिस ने यह जानकारी दी थी. न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, दंतेवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोरखनाथ बघेल ने बताया था कि यह हमला आज रात लगभग आठ बजे उस समय हुआ जब दंतेवाड़ा जिला पंचायत के एक सदस्य नंदल मुदियामी पालनार गांव स्थित अपने घर पर थे.
छत्तीसगढ़ : मुठभेड़ के दौरान पीठ दिखा कर भागने वाले 17 जवान सस्पेंड
जिला मुख्यालय में नेता पर हमला
छत्तीसगढ़ के बीजापुर स्थित भाजपा जिला मुख्यालय पर नक्सलियों ने हमला किया था. घटना 2017 की है. इस घटना में मुख्यालय में मौजूद एक भाजपा नेता गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे. पुलिस ने यह जानकारी दी थी. न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, दंतेवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोरखनाथ बघेल ने बताया था कि यह हमला आज रात लगभग आठ बजे उस समय हुआ जब वह मुख्यालय में आए थे.
नेताओं के परिजनों पर हमला
लातेहार इलाके में नक्सलियों ने नेताओं के परिजनों को निशाना बनाया था. घटना 22 मार्च 2015 की थी. नक्सलियों ने लातेहार-लोहरदगा जिले की सीमा पर स्थित मुरमू गांव के जमींदार, भाजपा नेता और झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ठाकुर बालमुकुंद नाथ शाहदेव के दो भाई और भतीजे की हत्या कर दी थी. मरायन जंगल से तीनों के शव मिले थे. मारे गये लोगों में बाल मुकुंद शाहदेव के छोटे भाई लाल बाल किशोर नाथ शाहदेव, लाल जय किशोर नाथ शाहदेव और बाल किशोर नाथ शाहदेव के पुत्र प्रमोद नाथ शाहदेव शामिल थे. घटना को माओवादी नकुल यादव और रवींद्र गंझू के दस्ते ने अंजाम दिया था. दस्ते में करीब 100 माओवादी शामिल थे. माओवादियों ने घटना की जिम्मेदारी ली थी.
नक्सली हमले में पांच जवान हुए थे शहीद
छत्तीसगढ़ में हुए एक नक्सली हमले में सुरक्षा बलों के पांच जवानों और एक स्थानीय नागरिक के घायल होने की खबर है. यह हमला पिछले साल नवंबर में हुआ था. खबरों के मुताबिक यह हमला बीजापुर जिले में हुआ. सुरक्षा बलों की जिस टीम पर हमला हुआ वह बीजापुर में चुनाव ड्यूटी से अपने कैंप की ओर लौट रही थी. डीआईजी (एंटी नक्सल्स ऑपरेशंस) पी सुंदर राज ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि यह हमला आईईडी विस्फोट से किया गया था. उन्होंने बताया था कि सभी घायलों को बीजापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आईईडी विस्फोट के बाद जवानों ने तत्काल कार्रवाई की थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं