मुंबई में लूट का नक्सल कनेक्शन?

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुंबई:

मुंबई और आसपास के इलाकों में हुई लूटपाट का क्या नक्सलियों से कोई संबंध है? यह सवाल नवी मुंबई के कामोठे इलाके में गहनों की एक दुकान में लूट की वारदात को सुलझाने के दौरान पुलिस के सामने आया है।

बीती 22 जनवरी को कामोठे सेक्टर 11 के धर्मराज ज्वेलर्स में 29 लाख रुपये के गहनों की चोरी हो गई थी। इसमें 16 किलो चांदी और 877 ग्राम सोने के गहने शामिल थे। पुलिस ने आरोपियों को झारखंड के साहेबगंज से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने उनके नक्सली कनेक्शन की बात निकली है।

आरोपी इतने शातिर थे कि चोरी करने से पहले उन्होंने ज्वैलरी शॉप की बगल वाली दुकान को किराए पर लिया, बाद में कई हफ्तों की मशक्कत के बाद सुरंग खोदी और एक रात लाखों के गहने लेकर फरार हो गए। यह गिरोह इतना शातिर था कि फरार होने से पहले सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग मशीन को भी उन्होंने तोड़ दिया।

मामले की जांच के लिए डीसीपी सुरेश मेंगड़े की अगुवाई में पुलिस जांच की चार टीमें बनाई गईं। पुलिस जांच में जुटी थी कि क्राइम ब्रांच जोन2 के पुलिस इंस्पेक्टर किरण भोसले को एक टिप मिली, जिसके आधार पर उन्होंने कालू मुर्तुजा शेख नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया। कालू से मिले सुराग के बाद भोसले अपने दो साथियों की टीम के साथ साहेबगंज पहुंची। वहां पहुंचकर पुलिस उन्होंने सादे कपड़े में बेरोजगारी का बहाना बनाया और नौकरी की तलाश में जुट गए। करीब 15 दिनों की मशक्कत के बाद उन्होंने 2 आरोपियों को साहेबगंज जिले के पलसगाछी इलाके से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ के बाद डीसीपी सुरेश मेंगड़े ने एनडीटीवी को बताया कि जिस इलाके में आरोपी छिपे थे वह बहुत दुर्गम है, गांववाले भी अक्सर आरोपियों का ही साथ देते थे। हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि कहीं आरोपियों के संबंध नक्सलियों से तो नहीं।

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मामले में दो आरोपी अब भी फरार हैं, पुलिस दोनों आरोपियों की मदद से उन्हें तलाशने में जुटी है। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने देश भर में लूटपाट की कई वारदातों को अंजाम दिया है।