नरोदा पाटिया मामला: जानिए कौन है माया कोडनानी और बाबू बजरंगी

माया कोडनानी का पूरा नाम माया सुरेंद्रकुमार कोडनानी है. वह पेशे से गाइनोकोलोजिस्ट हैं. उन्होंने बरोदा मेडिकल कॉलेज में लंबे समय तक अपनी सेवाएं भी दीं.

नरोदा पाटिया मामला: जानिए कौन है माया कोडनानी और बाबू बजरंगी

माया कोडनानी की फाइल फोटो

नई दिल्ली:

गुजरात हाईकोर्ट ने 2002 में हुए नरोदा पाटिया नरसंहार मामले में शुक्रवार को सजा सुनाई. कोर्ट ने अपने फैसले में जहां  बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री माया कोडनानी को बरी कर दिया है. वहीं हाईकोर्ट ने इस मामले में बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी की सजा को बरकरार रखा है. गौरतलब है कि बाबू बजरंगी को निचली अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी. आइये जानते हैं कौन है माया कोडनानी और बाबू बजरंगी.

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माया कोडनानी का पूरा नाम माया सुरेंद्रकुमार कोडनानी है. वह पेशे से गाइनोकोलोजिस्ट हैं. उन्होंने बरोदा मेडिकल कॉलेज में लंबे समय तक अपनी सेवाएं भी दीं. राजनीति में प्रवेश के साथ ही उन्होंने पहली बार 1995 में निकाय चुनाव में लड़ा. इसके बाद  वह गुजरात के 12वें विधानसभा चुनाव में नरोडा सीट से विधायक के तौर पर चुनी गईं. बाद में वह गुजरात सरकार में वुमेन एंड चाइल्ड डेवलेप्मेंट मंत्री भी रहीं. वर्ष 2002 में गुजरात दंगों में इनकी भूमिका के लिए निचली अदालत ने वर्ष 2012 में दोषी करार दिया था. इस मामले में ही गुजरात हाईकोर्ट ने माया कोडनानी को शुक्रवार को निर्दोश मानते हुए बरी कर दिया है. 

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गुजरात दंगों को लेकर उम्र कैद की सजा काट रहे बाबू बजरंगी को बाबूभाई पटेल के नाम से भी जानते हैं. बाबू बजरंगी गुजरात में बजरंग दल का वरिष्ठ नेता है. वर्ष 2002 में गुजरात दंगों में बाबू बजरंगी की अहम भूमिका साबित हुई है. बाबू बजरंगी को दंगा भड़काने और अन्य धाराओं में दोषी मानते हुए निचली अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी.

VIDEO: गुजरात हाईकोर्ट ने माया कोडनानी को बरी किया.


शुक्रवार को गुजरात हाईकोर्ट ने बाबू बजरंगी को दंगा भड़काने के लिए दोषी मानते हुए निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है. 


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