न्यू जर्सी:
नरेंद्र मोदी को एक राष्ट्रीय नेता बताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि अमेरिका अभी या बाद में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को वीजा अवश्य देगा।
भाजपा के प्रवासी मित्रों द्वारा आयोजित टीवी एशिया के सभागार में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, "भले ही अभी न करें, लेकिन एक दिन वे ऐसा करेंगे। यदि वे अभी ऐसा करें तो यह बेहतर होगा।"
पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर आए राजनाथ सिंह ने कहा कि वे इस मामले को वाशिंगटन में सांसदों के सामने उठाएंगे और उम्मीद है कि अमेरिका मोदी के वीजा पर प्रतिबंध शीघ्र ही हटा लेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के गुजरात के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करने की उनको कोई जरूरत नहीं है क्योंकि सारी दुनिया उनकी कार्य शैली की प्रशंसक है। उन्होंने कहा कि इस विरोधाभास को देखिए कि अमेरिका की एक एजेंसी का शोध पत्र मोदी की सरकार और उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा कर रहा है जबकि सरकार उनको वीजा देने से इंकार कर रही है।
अमेरिका ने सबसे पहले 2005 में मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि मोदी की सरकार ने 2002 के दंगों को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। अमेरिका की आधिकारिक स्थिति में उसके बाद से कोई बदलाव नहीं आया है। इसके बावजूद अमेरिकी व्यापारी और सांसद गुजरात की यात्रा करके मोदी से मिलते रहे हैं।
गुजरात में हाल ही में मोदी से मुलाकात करने वाले तीन रिपब्लिकन सांसदों ने उनको वीजा दिलाने के लिए प्रयास करने का वादा किया था। इनमें से एक ने इस मामले को संसदीय सुनवाई के दौरान भी उठाया।
भाजपा के प्रवासी मित्रों द्वारा आयोजित टीवी एशिया के सभागार में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, "भले ही अभी न करें, लेकिन एक दिन वे ऐसा करेंगे। यदि वे अभी ऐसा करें तो यह बेहतर होगा।"
पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर आए राजनाथ सिंह ने कहा कि वे इस मामले को वाशिंगटन में सांसदों के सामने उठाएंगे और उम्मीद है कि अमेरिका मोदी के वीजा पर प्रतिबंध शीघ्र ही हटा लेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के गुजरात के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करने की उनको कोई जरूरत नहीं है क्योंकि सारी दुनिया उनकी कार्य शैली की प्रशंसक है। उन्होंने कहा कि इस विरोधाभास को देखिए कि अमेरिका की एक एजेंसी का शोध पत्र मोदी की सरकार और उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा कर रहा है जबकि सरकार उनको वीजा देने से इंकार कर रही है।
अमेरिका ने सबसे पहले 2005 में मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि मोदी की सरकार ने 2002 के दंगों को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। अमेरिका की आधिकारिक स्थिति में उसके बाद से कोई बदलाव नहीं आया है। इसके बावजूद अमेरिकी व्यापारी और सांसद गुजरात की यात्रा करके मोदी से मिलते रहे हैं।
गुजरात में हाल ही में मोदी से मुलाकात करने वाले तीन रिपब्लिकन सांसदों ने उनको वीजा दिलाने के लिए प्रयास करने का वादा किया था। इनमें से एक ने इस मामले को संसदीय सुनवाई के दौरान भी उठाया।
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