पीएम नरेंद्र मोदी...
गोरखपुर:
यूपी चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर को एम्स और खाद कारखाने का सौगात दी है। उन्होंने गोरखपुरवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां 26 साल बाद कारखाना फिर शुरू होगा तो इसका श्रेय आप सबको जाता है। आपने मुझे यूपी से चुनकर नहीं भेजा होता और एक तरफ से बीजेपी के नेताओं को न जिताया होता तो अभी भी यह कारखाना बंद पड़ा होता। आप लोगों ने काम करने वाली सरकार बनाई है इसलिए यह काम हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर भारत का विकास करना है तो दो पहियों पर विकास करना होगा। एक पहिया पश्चिमी भारत का और दूसरा पूर्वी भारत का पहिया। दोनों पहियों को मजबूत करना होगा तभी विकास होगा। एक भी कमजोर रहा तो विकास नहीं हो पाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वी भारत का पहिया मजबूत हो, इसमें पूरी ताकत लगा रहा हूं। अगर पूर्वी भारत को आगे लाना है तो क्रांतिकारी रूप से आगे बढ़ना पड़ेगा। पूर्वी भारत में ही सबसे पहले दूसरी हरित क्रांति की जरूरत है। दिल्ली में बैठी सरकार विदेशों से उर्वरक खाद मंगवाती थी। यहां की जरूरतें पूरी नहीं हो रही थी। यहां के कारखाने बंद थे।
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वी भारत के किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। पश्चिमी यूपी में चीनी के कारखाने बंद हो रहे हैं। हम उन्हें भी चालू करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि बतौर गुजरात के सीएम मैं लगातार केंद्र से किसानों के लिए यूरिया की मांग करता रहा था, लेकिन हमेशा यूरिया की कमी की बात कही जाती रही। लेकिन अब केंद्र में एनडीए की सरकार के दौरान देश में ही यूरिया का उत्पादन इतना किया जा रहा है कि किसी राज्य को यूरिया मांगने की जरूरत ही नहीं पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि देश में महंगाई की चर्चा बहुत होती है। पिछले 30 साल में क्या आपने सुना है कि देश में खाद के दाम कम हुए। यह दिल्ली में पहली सरकार है, जिसने खाद की कीमत कम की है। यह सब भ्रष्टाचार को कम करने के प्रयासों के कारण संभव हुआ है। डीएपी खाद में प्रति टन 2500 रुपये कीमत कम की गई है। किसान को हर बोरी पर 125 रुपये कम देना पड़ता है। एमओपी में प्रति टन 5000 रुपये दाम कम किए गए हैं। इस सरकार के कदमों से किसानों का खाद पर खर्चा 50 फीसदी के करीब कम होगा।
पीएम ने यहां पहुंचकर गोरखनाथ मंदिर में भी दर्शन किए। पीएम ने यहां कहा कि संतों ने समाज को एक महान परंपरा दी। उनके द्वार से कभी कोई भूखा नहीं जाता था। हमारे देश में ऐसे भी संत जो अपने भक्तों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे भी संत हैं, जो लोगों की सेवा के लिए स्वास्थ्य कैंप लगवाते हैं। कई संत पशुओं के लिए काम करते हैं। इस देश को हजारों संतों ने आधुनिक बनाने में, संपन्न बनाने में, जन जन में उत्तम संस्कार लाने में अमह भूमिका निभा सकते हैं। यही बात देश को और महान बनाती है।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर भारत का विकास करना है तो दो पहियों पर विकास करना होगा। एक पहिया पश्चिमी भारत का और दूसरा पूर्वी भारत का पहिया। दोनों पहियों को मजबूत करना होगा तभी विकास होगा। एक भी कमजोर रहा तो विकास नहीं हो पाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वी भारत का पहिया मजबूत हो, इसमें पूरी ताकत लगा रहा हूं। अगर पूर्वी भारत को आगे लाना है तो क्रांतिकारी रूप से आगे बढ़ना पड़ेगा। पूर्वी भारत में ही सबसे पहले दूसरी हरित क्रांति की जरूरत है। दिल्ली में बैठी सरकार विदेशों से उर्वरक खाद मंगवाती थी। यहां की जरूरतें पूरी नहीं हो रही थी। यहां के कारखाने बंद थे।
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वी भारत के किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। पश्चिमी यूपी में चीनी के कारखाने बंद हो रहे हैं। हम उन्हें भी चालू करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि बतौर गुजरात के सीएम मैं लगातार केंद्र से किसानों के लिए यूरिया की मांग करता रहा था, लेकिन हमेशा यूरिया की कमी की बात कही जाती रही। लेकिन अब केंद्र में एनडीए की सरकार के दौरान देश में ही यूरिया का उत्पादन इतना किया जा रहा है कि किसी राज्य को यूरिया मांगने की जरूरत ही नहीं पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि देश में महंगाई की चर्चा बहुत होती है। पिछले 30 साल में क्या आपने सुना है कि देश में खाद के दाम कम हुए। यह दिल्ली में पहली सरकार है, जिसने खाद की कीमत कम की है। यह सब भ्रष्टाचार को कम करने के प्रयासों के कारण संभव हुआ है। डीएपी खाद में प्रति टन 2500 रुपये कीमत कम की गई है। किसान को हर बोरी पर 125 रुपये कम देना पड़ता है। एमओपी में प्रति टन 5000 रुपये दाम कम किए गए हैं। इस सरकार के कदमों से किसानों का खाद पर खर्चा 50 फीसदी के करीब कम होगा।
पीएम ने यहां पहुंचकर गोरखनाथ मंदिर में भी दर्शन किए। पीएम ने यहां कहा कि संतों ने समाज को एक महान परंपरा दी। उनके द्वार से कभी कोई भूखा नहीं जाता था। हमारे देश में ऐसे भी संत जो अपने भक्तों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे भी संत हैं, जो लोगों की सेवा के लिए स्वास्थ्य कैंप लगवाते हैं। कई संत पशुओं के लिए काम करते हैं। इस देश को हजारों संतों ने आधुनिक बनाने में, संपन्न बनाने में, जन जन में उत्तम संस्कार लाने में अमह भूमिका निभा सकते हैं। यही बात देश को और महान बनाती है।
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