प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में सैन्य शिविर पर हमला करने वाले आतंकवादियों ने इसके पिछले हिस्से में जंगली इलाके से परिसर में प्रवेश किया था. यह जानकारी आज आधिकारिक सूत्रों ने दी.
सूत्रों ने दावा किया कि सैन्य शिविर के पीछे वन क्षेत्र से आतंकवादियों ने वहां घुसपैठ की थी. उन्होंने कहा कि इलाका चारों तरफ से कंटीले तारों और छोटी दीवार से घिरा था.
नगरोटा में सेना के 16वें कोर मुख्यालय के पास स्थित सैन्य शिविर पर 29 नवम्बर को आतंकवादियों के साथ आठ घंटे चले मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और पांच जवान शहीद हो गए थे. हमले में तीन आतंकवादी भी मारे गए थे. सैन्य इकाई नगरोटा में कोर मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
हमले के तुरंत बाद सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंककर और जवानों पर गोलीबारी कर अधिकारियों के मेस में घुसपैठ की थी. बहरहाल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने यहां एक समारोह के इतर कहा कि घटना की जांच जारी है और अंतिम रिपोर्ट में हर बात स्पष्ट हो जाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सूत्रों ने दावा किया कि सैन्य शिविर के पीछे वन क्षेत्र से आतंकवादियों ने वहां घुसपैठ की थी. उन्होंने कहा कि इलाका चारों तरफ से कंटीले तारों और छोटी दीवार से घिरा था.
नगरोटा में सेना के 16वें कोर मुख्यालय के पास स्थित सैन्य शिविर पर 29 नवम्बर को आतंकवादियों के साथ आठ घंटे चले मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और पांच जवान शहीद हो गए थे. हमले में तीन आतंकवादी भी मारे गए थे. सैन्य इकाई नगरोटा में कोर मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
हमले के तुरंत बाद सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंककर और जवानों पर गोलीबारी कर अधिकारियों के मेस में घुसपैठ की थी. बहरहाल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने यहां एक समारोह के इतर कहा कि घटना की जांच जारी है और अंतिम रिपोर्ट में हर बात स्पष्ट हो जाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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