पटना: जेएनयू में कन्हैया के बयान से उपजे विवाद की कड़ी में मुजफ्फरपुर में रविवार को भयंकर बवाल हुआ। वामपंथी कार्यकर्ताओं ने 'मैं जेएनयू बोल रहा हूं' नाम से कन्हैया के समर्थन में संवाद का आयोजन किया। जैसे ही कार्यक्रम की शुरुआत हुई विरोधियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
मौके पर तैनात पुलिस जबतक संभलती तब तक दोनों पक्ष एक-दूसरे से भिड़ गए। दोनों ओर से जमकर मारपीट हुई और कई लोगों को चोटें भी आईं। कई थानों की पुलिस के साथ सिटी एसपी आनंद कुमार मौके पर पहुंचे। इस दौरान सिटी एसपी के साथ भी धक्का-मुक्की हुई। करीब एक घंटे तक मिठनपुरा रोड रणभूमि बना रहा।
वामपंथी कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम जारी रखने पर आमादा थे जबकि विरोधी कार्यक्रम को बंद कराने चाहते थे। इस दौरान दोनों पक्षों ने कई बार एक दूसरे को लाठी डंडे के साथ खदेड़ा।
कन्हैया के विरोधियों ने कार्यक्रम का बैनर उतारकर जला दिया। हंगामे को शांत करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। सिटी एसपी के नेतृत्व में पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दोनों पक्षों को मौके से हटाया।
इस कार्यक्रम के लिए दी गई प्रशासनिक अनुमति रविवार की सुबह रद्द कर दी गई थी और आवंटित आम्रपाली ऑडिटोरियम को रद्द कर बंद कर दिया गया था। संवाद को संबोधित करने पहुंची सीपीआई पोलित ब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन ने कहा कि वीएचपी और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम पर हमला किया है। इस हमले के लिए कविता कृष्णन ने जिला प्रशासन और सूबे की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।