मुंबई में मेट्रो का सफर शुरू भी नहीं हुआ कि मेट्रो के किराये को लेकर महाराष्ट्र सरकार और रिलायंस आमने-सामने खड़ी दिख रही हैं। विवाद मुंबई में रविवार से शुरू हो रही मेट्रो के न्यूनतम किराये को लेकर है। सरकार का कहना है कि किराया 9 रुपये होना चाहिए, जबकि रिलायंस चाहती है कि न्यूनतम किराया 10 रुपये हो।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि वह मेट्रो का किराया नहीं बढ़ने देंगे। उनका कहना है कि मेट्रो का किराया जो पहले तय हुआ था, वही होना चाहिए। चव्हाण ने बीजेपी पर किराया बढ़वाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी रिलायंस के साथ मिलकर किराया 10, 20 और 30 रुपये कराना चाहती है। चव्हाण ने मेट्रो के उद्घाटन के लिए न जाने की भी धमकी दी।
गौरतलब है कि रविवार से पहले फेज में वर्सोवा से घाटकोपर के बीच मेट्रो सेवा की शुरुआत होगी। वर्सोवा से घाटकोपर के बीच 11 किलोमीटर का फासला है, जिसे मेट्रो 21 मिनट में तय करेगी। मुंबई मेट्रो सुबह साढ़े 5 बजे से रात 12 बजे तक लोगों के लिए चलेगी।
ऐसे शहर में जहां लोग उपनगरीय ट्रेनों के डिब्बों में दरवाजों और खिड़कियों से खतरनाक ढंग से चिपककर सफर करते हैं, वहां मेट्रो लोगों को एक नया यात्रा अनुभव देगी। मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड (एमएमओपीएल) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभय मिश्र ने कहा कि परियोजना के पहले चरण में 11.4 किलोमीटर लंबे वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर विस्तार पर रविवार से मेट्रो चलनी शुरू हो जाएगी और हर चार मिनट के अंतर पर ट्रेनें मिलेंगी।
एमएमओपीएल रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, वेयोलिया ट्रांसपोर्ट और मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण द्वारा गठित एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। कंपनी ने कहा कि वह हर दिन 200 से 250 ट्रेनें चलाएगी, जिनमें 11 लाख यात्री सफर कर सकेंगे। हर डिब्बे में 375 यात्री सवार हो सकते हैं, जबकि पूरी ट्रेन की यात्री क्षमता 1500 है। मुंबई में पहले से ही मोनोरेल सेवा काम कर रही है। यहां चार महीने पहले 1 फरवरी को उपनगरीय चेंबूर और वडाला के बीच देश की पहली मोनोरेल चलनी शुरू हुई थी।
(इनपुट भाषा से भी)
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