मुंबई : दो संदिग्ध आतंकियों की धरपकड़ में जुटी पुलिस के हाथ अब भी खाली

मुंबई : दो संदिग्ध आतंकियों की धरपकड़ में जुटी पुलिस के हाथ अब भी खाली

पुलिस ने संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं

मुंबई:

मुंबई से होते हुए नवी मुंबई आए दो संदिग्ध आतंकी आखिर कहां हैं, पुलिस के पास इसका जवाब नहीं। 11 अक्तूबर को मामले में पुलिस को पहला सुराग एक ऑटो चालक ने दिया था, जिसकी निशानदेही पर पिछले हफ्ते उनके स्केच जारी किए गए। इसके बाद एक वकील ने दावा किया कि दोनों संदिग्धों को उसने नवी मुंबई के एक ऑडिटोरियम में देखा था, लेकिन वहां से भी पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा, क्योंकि वहां लगे ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं।

पिछले हफ्ते एक ऑटो ड्राइवर ने दावा किया था कि मलय, हिन्दी और उर्दू में बात करते इन दो लोगों को उसने सायन से ऐरोली नाके तक ऑटो में छोड़ा। उसका दावा था कि चूंकि वो मलेशिया में काम कर चुका है, इसलिए दोनों की बातें समझ गया जो बेहद संदेहास्पद थीं। उसने पुलिस को बताया कि दोनों के पास बड़े-बड़े सूटकेस भी थे, जिसके बाद दोनों के स्केच जारी किए गए।

नवी मुंबई पुलिस के डीसीपी शाहजी उमप ने कहा जैसा ही खबर मिली, जो होटल और लॉज हैं, जो भी ऐसी जगह है जहां छिपने की आशंका है वो चेक किया है वो अभी भी चल रहा है।

दूसरी बार अखबारों में संदिग्धों के स्केच छपने के बाद वाशी के विष्णुदास भावे नाट्यगृह में नाटक देख रहे एक शख्स ने पुलिस में खबर दी कि उसने दोनों संदिग्धों को ऑडिटोरियम में देखा था, लेकिन ऑडिटोरियम के सीसीटीवी खंगालने पर पता चला कि हॉल में लगे 14 कैमरे खराब हैं। दो कि क्वॉलिटी इतनी घटिया है कि उसकी बिना पर शिनाख्त बेहद मुश्किल है। इस मामले में डीसीपी शाहजी उमप का कहना है कि हमने वहां का सीसीटीवी लिया लेकिन कुछ कैमरे खराब थे, इसलिए संदिग्धों की धरपकड़ में बाधा आई है।

वहीं नवी मुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन से खराब सीसीटीवी के बारे में पूछने पर शहर अभियंता जीवी राव ने सिर्फ इतना कहा 2013 से मॉनिटरिंग पुलिस के पास है। सीसीटीवी नाट्यगृह के लोगों का है, देखता हूं किसके अंदर में है, मेरे पास जानकारी नहीं है।

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मामला इसलिए भी बेहद गंभीर है, क्योंकि दोनों संदिग्धों को ठीक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से पहले शहर में देखा गया था। काऊंटर टेररिज्म में सीसीटीवी जैसे हथियार बेहद अहम है, इनकी खराबी पुलिस के कामकाज में बड़ी बाधा साबित हो सकती है वो भी मुंबई जैसे अहम और संवदेनशील शहर में।