
योगी आदित्यनाथ सरकार ने लिया है फैसला
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
स्टेशन का नाम बदलने पर संसद में हंगामा
नरेश अग्रवाल ने संसद में उठाया सवाल
यूपी का भूगोल बदलने की कोशिश कर रही है सरकार
पढ़ें: यूपी का भूगोल बदलना चाहती है सरकार
दीनदयाल उपाध्याय का शव संदिग्ध हालत में मिला था
गौरतलब है कि 1968 में दीनदयाल उपाध्याय का शव संदिग्ध हालत में मुगलसराय स्टेशन पर मिला था. पुलिस इनके शव को लावारिस मानकर चल रही थी. तभी स्टेशन पर कार्यरत कुछ रेलकर्मियों को शक हुआ कि ये पंडित दीनदयाल का शव है. इसके बाद सर संघचालक गोलवरकर और अटल बिहारी वाजपेयी मुगलसराय आए और दीनदयाल उपाध्याय के पार्थिव शरीर को लेकर दिल्ली गए, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मुगलसराय लाल बहादुर शास्त्री की जन्मस्थली है इसलिए इसका नाम उन पर होना चाहिए.
पढ़ें: उत्तर प्रदेश में 90 लोगों के इलाज के लिए 1 करोड़ 40 लाख की आर्थिक सहायता
सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक
मुगलसराय जंक्शन भारत के सर्वाधिक व्यस्त रेलवे स्टेशनों में एक है. यह जंक्शन देश को पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत से जोड़ता है. मुगलसराय में रेलवे का एशिया का सबसे बड़ा यार्ड है और इसी जंक्शन से ग्रैंड कार्ड रेल लाइन भी शुरू होती है, जो गया, धनबाद होते हुए हावड़ा के लिए जाती है. मुगलसराय-पटना रेल रूट सन 1862 में अस्तित्व में आया जबकि मुगलसराय-गया रूट 1900 में अस्तित्व में आया. मुगलसराय-इलाहाबाद रेलखंड 1864 में और मुगलसराय-वाराणसी 1898 में अस्तित्व में आया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं