रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में अब मंदिर-मस्जिद विवाद समाप्त हो गया है. राम जन्मभूमि मंदिर में भूमि पूजन हो चुका है. दूसरी तरफ़ मस्जिद (Mosque) निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन का मालिकाना हक सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को दे दिया गया है. वक्फ बोर्ड को मस्ज़िद के लिए ज़मीन दी गई है. अयोध्या से लगभग 30 किलोमीटर दूर रौनाही में मस्ज़िद के लिए ज़मीन दी गई है. यहां मस्जिद के अलावा अस्पताल और शोध केंद्र (Hospital and Research center) का भी निर्माण किया जाएगा.
अयोध्या से करीब 30 किलोमीटर दूर एक गांव है रौनाही. यहां पर पांच एकड़ ज़मीन सुन्नी सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड को सौंपी गई है. इस जमीन पर मस्जिद का निर्माण किया जाएगा. इस मस्जिद का नाम बाबर के नाम पर नहीं रखा जाएगा. ट्रस्ट मस्ज़िद के अलावा अस्पताल और रिसर्च सेंटर का निर्माण भी करेगा.
अयोध्या में विवाद साप्त होने और राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन होने पर शहर के मुस्लिम समुदाय के लोग भी खुश हैं. शहर के निवासी शिक्षक सैय्यद आसिफ़ हैं. सन 1992 में अयोध्या में दंगाइयों ने उनका घर और स्कूल जला दिया था. इसमें उनकी भाभी की मौत हुई थी. आसिफ़ बताते हैं कि इस घटना के बावजूद उन्होंने अयोध्या नहीं छोड़ी. पूरी अयोध्या को पीले रंग से रंगा गया तो उन्होंने भी अपना घर पीले रंग से रंगवाया.
Ram Mandir Bhoomi Pujan in Ayodhya: तस्वीरों में देखें, अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास
आसिफ कहते हैं कि ख़ुश हैं कि विवाद ख़त्म हुआ, अब विकास होगा. जैसा राम राज्य पहले था, वैसा राम राज्य अब भी होना चाहिए. बच्चों को रोज़गार भी मिलना चाहिए. उनके इंजीनियर बेटे सिमाब ने कहा कि हिंदू, मुसलमान दोनों विकास चाहते हैं.
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