पिछले करीब नौ महीनों से सीमा पर बने गतिरोध और तनातनी के बीच भारत और चीन के सैन्य अधिकारी आज फिर से बातचीत की टेबल पर एक साथ बैठने जा रहे हैं. करीब ढाई महीने से भी ज्यादा समय गुजर जाने के बाद दोनों देशों के कोर कमांडरों की बैठक आज पूर्वी लद्दाख के चूशूल सेक्टर के सामने मोल्डो में बॉर्डर पर्सनल मीटिंग प्वाइंट पर होगी. यह नौवें दौर की बातचीत है.
इस वार्ता को लेकर दोनों देशों के बीच कोशिशें चल रही थीं. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि भारत और चीन ने जल्द ही वरिष्ठ कमांडर-स्तर की बैठक के अगले दौर को आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की है और दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य माध्यमों से करीबी संपर्क बनाए हुए हैं.
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दोनों देशों के बीच इससे पहले कई बार सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अभी तक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर न तो स्थिति सामान्य हो सकी है और न ही इस दिशा में कोई बड़ी सफलता हासिल हो सकी है. दोनों पक्षों के बीच सैन्य वार्ता के आठवें और अंतिम दौर की बातचीत 6 नवम्बर, 2020 को हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने टकराव वाले सभी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी पर व्यापक बातचीत की थी.
सूत्रों के हवाले से बताया है कि आज की बैठक में चीनी पक्ष उस मेमो पर जवाब देगा, जो भारत ने उसे भेजा है. पिछली बातचीत में भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में संघर्ष के सभी बिंदुओं से चीनी सैनिकों के शीघ्र विस्थापन पर जोर दिया था. बता दें कि LAC पर तनातनी की वजह से इस वक्त करीब 50,000 सैनिक लद्दाख के दुर्गम इलाकों में ऊंची पहाड़ियों पर तैनात हैं.
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