कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में तेज गिरावट को लेकर मोदी सरकार पर रविवार को निशाना साधा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जीडीपी में ऐतिहासिक गिरावट का एक बड़ा कारण मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST) है. उन्होंने अर्थव्यवस्था (Economy) को लेकर तीसरा वीडियो जारी किया. वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि जीएसटी गरीबों पर आक्रमण है. छोटे दुकानदार, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस वालों पर, किसान और मजदूरों पर आक्रमण है.
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा- "GDP में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है- मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST). इससे बहुत कुछ बर्बाद हुआ जैसे- लाखों छोटे व्यापार, करोड़ों नौकरियां और युवाओं का भविष्य, राज्यों की आर्थिक स्थिति...GST मतलब आर्थिक सर्वनाश."
GDP में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है- मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST)।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 6, 2020
इससे बहुत कुछ बर्बाद हुआ जैसे-
▪️लाखों छोटे व्यापार
▪️करोड़ों नौकरियाँ और युवाओं का भविष्य
▪️राज्यों की आर्थिक स्थिति।
GST मतलब आर्थिक सर्वनाश।
अधिक जानने के लिए मेरा वीडियो देखें। pic.twitter.com/QdD3HMEqBy
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने वीडियो में कहा, "जीएसटी यूपीए का आइडिया था. एक टैक्स, कम से कम टैक्स, साधारण और सरल टैक्स. NDA का जीएसटी बिल्कुल अलग है. चार अलग-अलग टैक्स 28% तक टैक्स और बड़ा कॉम्प्लिकेटेड, समझने को बहुत मुश्किल टैक्स. जो स्मॉल एंड मीडियम बिजनेसेस हैं वह इस टैक्स को भर ही नहीं सकते, पर जो बड़ी कंपनियां है वो इसको आसानी से भर सकती हैं 5, 10 या 15 अकाउंटेंट्स लगा सकते हैं.
गांधी ने कहा, "यह चार अलग-अलग रेट क्यों है? यह चार अलग-अलग रेट इसलिए है क्योंकि सरकार चाहती है कि जिसकी पहुंच हो, जीएसटी को आसानी से बदल पाए और जिसकी पहुंच न हो वो जीएसटी के बारे में कुछ न कर पाए. पहुंच किसकी है हिंदुस्तान के सबसे बड़े 15-20 उद्योगपतियों की पहुंच है.
एनडीए के जीएसटी का नतीजा क्या है? : राहुल गांधी
आज हिंदुस्तान की सरकार राज्यों को जीएसटी का पैसा ही नहीं दे पा रही. प्रदेश कर्मचारियों को, टीचर्स को पैसा नहीं दे पा रहे. तो जीएसटी बिल्कुल फेल है, मगर यह सिर्फ फेल नहीं है यह एक आक्रमण है गरीबों पर, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस पर. जीएसटी टैक्स की व्यवस्था नहीं है. जीएसटी हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण है. छोटे दुकानदार, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस वालों पर, किसान और मजदूरों पर आक्रमण है. हमें इस आक्रमण को पहचानना पड़ेगा और मिलकर एक-साथ इसके खिलाफ हम सब को खड़ा होना पड़ेगा.
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