नई दिल्ली:
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से पूछताछ के बाद ही यह तय हो पाएगा कि गुजरात दंगों में उनकी भूमिका है या नहीं। यह कहना है कि मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एमिकस क्यूरी बनाए गए राजू रामचंद्रन का। कहा जा रहा है कि अगस्त माह में रामचंद्रन ने अपनी गोपनीय रिपोर्ट में इस बाबत सिफारिश की है। इस रिपोर्ट में मोदी की बातों की सत्यता की परख संजीव भट्ट के बयान से भी की जाएगी। गौरतलब है कि भट्ट ने अपने बयान में कहा है कि 27 फरवरी, 2002 की एक बैठक में नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में कहा था कि दंगाइयों को उनका काम करने दिया जाए। इन दंगों में करीब 1200 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में अधिकतर मुस्लिम थे। बता दें कि भट्ट के बयान को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दंगों की जांच के लिए गठित एसआईटी ने खारिज कर दिया था। एसआईटी की रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने रामचंद्रन से इस बारे में राय देने को कहा था।
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