बेंगलुरु के पूर्वी उपनगर में एक परीक्षण उड़ान के दौरान शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिराज-2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गया, और इस दुर्घटना में दो वरिष्ठ पायलट की मौत हो गई. रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां एक बयान में कहा, "मिराज-2000 प्रशिक्षण विमान के बेंगलुरु के एचएएल (हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद गंभीर रूप से घायल होने के कारण भारतीय वायुसेना के दो पायलटों की मौत हो गई." पायलटों की पहचान स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल और स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी के रूप में हुई है.
बयान में कहा गया है, "विमान एचएएल द्वारा अपग्रेड किए जाने के बाद परीक्षण उड़ान पर था. दुर्घटना के कारणों की जांच का आदेश दिया जा रहा है. आगे के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है." राज्य में संचालित एचएएल भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण और युद्धक अभियानों के लिए देश के लड़ाकू विमानों को अपग्रेड (उन्नत बनाना) करती है.
एचएएल के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि दुर्घटना सुबह करीब 10.30 बजे हुई. एचएएल भारतीय वायुसेना और अन्य राज्य द्वारा संचालित रक्षा और एयरोस्पेस एजेंसियों जैसे डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) और एडीए (वैमानिकी विकास अभिकरण) के साथ सैन्य हवाईअड्डे का संचालन भी करता है.
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