मेघालय विधानसभा के बजट सेशन के पहले ही दिन एक अप्रत्याशित दृश्य दिखाई दिया. जब राज्यपाल तथागत रॉय(Tathagata Roy) संबोधन करने पहुंचे तो विपक्षी विधायको की कुर्सियां खाली मिलीं. दरअसल कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल तथागत रॉय के भाषण का बहिष्कार कर दिया. मसला मेघालय के राज्यपाल के पिछले महीने किए उस विवादित ट्वीट का विरोध करना था, जिसमें पुलवामा में 40 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने की घटना पर कश्मीर और कश्मीरी सामानों का बहिष्कार करन की बात कही थी. दरअसल उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था- भारतीय सेना के एक रिटायर्ड कर्नल की अपील है- अगले दो साल तक न कश्मीर जाइए और न ही अमरनाथ. ठंड के मौसम में आने वाले कश्मीरी व्यापारियों से कोई समान मत खरीदिए. कश्मीर की हर चीज का बहिष्कार कीजिए.
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पुलवामा की घटना के बाद किया राज्यपाल का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसके बाद उनकी आलोचना शुरू हो गई. लोगों ने राज्यपाल पर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी. पुलवामा हमले के बाद कश्मीरी लोगों के साथ हिंसा और उनको अलग-थलग करने की कई घटनाओं के बीच इस बयान ने सबको हैरान कर दिया है. खुद मोदी सरकार के सहयोगी अकाली दल ने केंद्र से तत्काल राज्यपाल को हटाने की मांग की थी.
वीडियो- ट्वीट पर घिरे मेघालय के राज्यपाल तथागत राय
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