किसानों के मुद्दों पर लगातार सरकार पर निशाना साध रहे मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने NDTV इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि बीजेपी (BJP) को यूपी और लोकसभा में नुकसान होगा. दरअसल, करीब एक साल से चल रहे किसान आंदोलन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक इसका हल हो जाना चाहिए था. मुझे ये उम्मीद थी, क्योंकि प्रधानमंत्री जब गुजरात में थे तो उनके एक्शन प्रो किसान थे. लेकिन ये जिस दिशा में जा रहा है, किसानों से बातचीत बंद हो गई है. 700 लोग मर गए, उनके लिए कोई शोक संदेश जारी नहीं किया गया, तो इससे बहुत तकलीफ होती है. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि कोई ये समझे की ये (किसान) खाली हाथ उठकर चले जाएंगे, ऐसा होने वाला नहीं है. चाहे 4 साल रहना पड़े या 3 साल रहना पड़े, ये रहेंगे ही.
सरकार की तरफ से किसानों से बातचीत नहीं किए जाने पर उन्होंने कहा कि जिस वक्त वियतनाम में बमबारी चल रही थी, उस वक्त भी पेरिस में वार्ता हो रही थी. लड़ाई चलती रहती है, बातचीत होती रहती है. सरकार को किसानों को बुलाना चाहिए और बातचीत करनी चाहिए. जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में रहते हुए किसानों के लिए काम किया है, उससे मुझे अभी भी उम्मीद है कि शायद कुछ हो जाए.
उन्होंने कहा कि मैं मोदी सरकार के खिलाफ नहीं बोलता हूं. मैं उनके काम आने वाली बातें ही बोलता हूं. इनके लोग गांवों में नहीं घुस सकते हैं. मैं हूं तो जा सकता हूं और बातचीत कर सकता हूं. जो बात करने को कह रहा हूं वह इनके काम आने वाला है. राजस्थान में उपचुनाव हार गए. आने वाले दिन और भी कठिन होंगे, यह नहीं भूलना चाहिए.
"जब मैं गवर्नर था, श्रीनगर में नहीं घुस सकते थे आतंकी": सत्यपाल मलिक
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह कहते थे कि दिल्ली का रास्ता खेतों से होकर गुजरता है. अगर खेत और खेतवाला खुशहाल नहीं है तो आपको कामयाबी नहीं मिलेगी. सरकार को सभी जगह नुकसान होगा. संसद में आप ढूंढे नहीं मिलेंगे, आप साफ हो जाएंगे. लखीमपुर खीरी मामले पर उन्होंने कहा कि अजय मिश्रा टेनी को राज्य गृहमंत्री पद से ख़ुद ही इस्तीफ़ा दे देना चाहिए. अगर वह पद नहीं छोड़ रहे तो सरकार को उन्हें हटा देना चाहिए.
सरकार के खिलाफ बोलने के सवाल पर राज्यपाल मलिक कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे गवर्नर बनाया है, वो कहेंगे तो तुरंत पद छोड़ दूंगा. मैं साफ़ करना चाहता हूं कि किसानों के लिए आवाज़ उठाता रहूंगा. चाहे परिणाम कुछ भी हो. मैं किसान परिवार से हूं. मुझे राज्यपाल के पद से कोई लोभ नहीं है. मैं जब पहली बार बोला था तो सोचकर बोला था कि मैं गवर्नर नहीं रहूंगा. मैं किसानों के लिए अपना पद छोड़ने के लिए 1 मिनट का भी समय नहीं लगाऊंगा.
आंदोलन के दौरान 600 किसानों की मौत पर सरकार श्रद्धांजलि तक नहीं दे सकी : सत्यपाल मलिक
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं