New Delhi:
महिला आरक्षण विधेयक पर लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की ओर से बुलायी गई सर्वदलीय बैठक बेनतीजा रही। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधेयक पर सहमति बनाने के लिए आगे विचार विमर्श जारी रखा जायेगा और संसद के मानसून सत्र से पहले एक और बैठक बुलाई जायेगी। बैठक में सपा और बसपा ने भाग नहीं लिया। बैठक के दौरान शिवसेना ने मांग की कि राजनीतिक दलों को महिलाओं के लिए टिकट आरक्षित करना चाहिए, वहीं राजद ने अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए कोटा के भीतर कोटा पर जोर दिया। मीरा की ओर से महिला आरक्षण विधेयक पर आमसहमति बनाने के लिए बुलाई गई बैठक में भाजपा, वामदल, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, अकाली दल, तृणमूल कांग्रेस एवं अन्य दल शामिल हुए। बैठक में विधेयक के प्रारूप के विरोधियों में शामिल सपा और बसपा शामिल नहीं हुए। इस विषय पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, मैं सपा और बसपा को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए अलग से आमंत्रित करूंगी। इस मुद्दे पर आमसहमति बनाने तक प्रयास जारी रहेंगे। कुमार ने कहा कि विधेयक पर सहमति नहीं बन पाने के मद्देनजर संसद के मानसून सत्र से पहले वह सभी राजनीतिक दलों की एक और बैठक बुलायेंगी। ऐसी संभावना है कि वह विधेयक के प्रारूप पर असहमत होने वाले राजनीति दलों से अलग से बाजचीत करेंगी। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने बैठक के दौरान लोकसभा अध्यक्ष से आमसहमति बनाने का आग्रह किया ताकि कोई अप्रिय स्थिति पैदा नहीं हो। सुषमा ने कहा, जो सदस्य विधेयक के मसौदे से असहमत हैं उन्हें अपना विचार रखने का मौका दिया जाना चाहिए और संशोधन पेश करने की अनुमति दी जानी चाहिए। लेकिन मार्शल के इस्तेमाल जैसी स्थिति दोबारा उत्पन्न नहीं होनी चाहिए।
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