बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए धारा 144 का सहारा लेकर किसी को सोनभद्र नहीं जाने दे रही है. मायावती ने इस संबंध में ट्वीट किया है. मायावती ने लिखा: "यूपी सरकार जान-माल की सुरक्षा व जनहित के मामले में अपनी विफलता को छिपाने के लिए धारा 144 का सहारा लेकर किसी को सोनभद्र जाने नहीं दे रही है.'' उन्होंने कहा, '''फिर भी उचित समय पर वहां जाकर पीड़ितों की यथासंभव मदद कराने का बसपा विधानमण्डल दल को निर्देश दिया गया है. इस नरसंहार का मुख्य कारण सरकारी लापरवाही है.''
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा स्वीकारा
यूपी सरकार जान-माल की सुरक्षा व जनहित के मामलें में अपनी विफलता को छिपाने के लिए धारा 144 का सहारा लेकर किसी को सोनभद्र जाने नहीं दे रही है। फिर भी उचित समय पर वहाँ जाकर पीड़ितों की यथासंभव मदद कराने का बीएसपी विधानमण्डल दल को निर्देश। सरकारी लापरवाही इस नरसंहार का मुख्य कारण।
— Mayawati (@Mayawati) July 20, 2019
मायावती ने कहा कि सोनभद्र में आदिवासी समाज का उत्पीड़न व शोषण, उनकी जमीन से बेदखली व अब नरसंहार उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की कानून-व्यवस्था के मामले में विफल होने का पक्का प्रमाण है. उन्होंने कहा, '''यूपी ही नहीं, देश की जनता भी इन सबसे अति-चिन्तित है जबकि बसपा की सरकार में एसटी तबके के हितों का खास ख्याल रखा गया.''
आतंकवाद, अफगान शांति वार्ता और शकील अफरीदी की रिहाई के मुद्दे पर इमरान खान से बात करेंगे ट्रंप
यूपी के सोनभद्र में आदिवासी समाज का उत्पीड़न व शोषण, उनकी जमीन से बेदखली व अब नरसंहार स्टेट बीजेपी सरकार की कानून-व्यवस्था के मामले में फेल होने का पक्का प्रमाण। यूपी ही नहीं देश की जनता भी इन सबसे अति-चिन्तित जबकि बीएसपी की सरकार में एसटी तबके के हितों का भी खास ख्याल रखा गया।
— Mayawati (@Mayawati) July 20, 2019
इससे पहले मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार तथा उनकी पत्नी पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है थी. उन्होंने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे 'छापे को राजनीति' से प्रेरित बताया था. मायावती ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा था, "भाजपा मेरे भाई तथा बसपा उपाध्यक्ष आनंद कुमार को जानबूझ कर परेशान करने में लगी है. उन्हें परेशान करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. यह छापे राजनीति से प्रेरित हैं इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है."
उन्होंने कहा था कि वर्तमान की भाजपा सरकार पहले अपने गिरेबान में झांककर देखे. उन्होंने कहा भाजपा के पास 2,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बेनामी संपत्ति आई और उसी संपत्ति से उन्होंने लोकसभा चुनाव में गरीबों के वोट खरीदे. मायावती ने कहा था, "अटल जी (अटल बिहारी वाजपेयी) की सरकार को छोड़ दो तो पिछली सभी सरकारें और वर्तमान में (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी व (गृह मंत्री) अमित शाह की जोड़ी मिलकर वंचितों को दबाने का कार्य कर रही हैं. चुनाव में भाजपा ने गरीबों के वोट खरीदे, इस बात का सबूत है कि चुनाव के दौरान भाजपा के खाते में 2,000 करोड़ रुपए आए."
VIDEO: जिद पर अड़ीं प्रियंका गांधी, बोलीं- पीड़ितों से बिना मिले नहीं जाऊंगी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं