पटना:
इस बार बिहार में मकर संक्रांति 15 तारीख को मनाई जा रही हैं। केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल और दिल्ली में रहने वाले बिहार के राजनेता जैसे रामविलास पासवान व राधामोहन सिंह ने 14 तारीख को ही दिल्ली में मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़े का भोज आयोजित कर लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल पासवान के घर दही-चूड़े के भोज में शामिल हुए थे, लेकिन इस साल न तो पासवान और न ही राधा मोहन सिंह के घर मकर संक्रांति के मौके पर पीए मोदी पहुंचे।
इधर पटना में शुक्रवार को दही-चूड़ा भोज के बहाने आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के घर 10 सर्कुलर रोड पर नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा दिखा। यही नहीं पटना क्लब में जेडीयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ट नारायण सिंह ने भी दही-चूड़ा भोज आयोजित किया। इस भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही पार्टी अध्यक्ष शरद यादव व अन्य पार्टी नेता भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री अपनी पार्टी की प्रदेश इकाई के भोज से पहले आरजेडी प्रमुख लालू यादव के घर पहुंचे और लालू यादव ने दही का तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तिलक लगाया और कहा कि बीजेपी नीतीश कुमार के खिलाफ जितनी साजिशें करेगी, उससे बीजेपी को ही नुकसान होगा। जेडीयू के भोज में उन्होंने घोषणा कर डाली कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार 20 साल चलेगी।
इससे पहले विधानसभा चुनाव से पहले भी एक निजी होटल में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में लालू ने नीताश को तिलक लगाकर भविष्यवाणी की थी कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
लालू यादव के घर पर आयोजित भोज में एक बार फिर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेताओं की भीड़ के कारण पूरे आयोजन में अफरातफरी का माहौल रहा। इस दौरान लालू और राबड़ी देवी दोनों ने मिलकर खूब मेहमाननवाजी की।
मुख्यमंत्री नीतीश पहले लालू यादव के घर दही-चूड़ा भोज में पहुंचे तो बाद में लालू यादव भी जेडीयू के भोज में पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने बशिष्ट नारायण सिंह को अपने हाथों से तिलकुट खिलाया।
जेडीयू के दही-चूड़ा भोज में अशोक चौधरी, अवधेश सिंह जैसे कई कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। लालू यादव ने इस मौके पर एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला और कहा, 'बीजेपी खटमल की तरह है, जिसे अब बाहर निकालकर फेंका जाएगा और नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री हैं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल पासवान के घर दही-चूड़े के भोज में शामिल हुए थे, लेकिन इस साल न तो पासवान और न ही राधा मोहन सिंह के घर मकर संक्रांति के मौके पर पीए मोदी पहुंचे।
इधर पटना में शुक्रवार को दही-चूड़ा भोज के बहाने आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के घर 10 सर्कुलर रोड पर नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा दिखा। यही नहीं पटना क्लब में जेडीयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ट नारायण सिंह ने भी दही-चूड़ा भोज आयोजित किया। इस भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही पार्टी अध्यक्ष शरद यादव व अन्य पार्टी नेता भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री अपनी पार्टी की प्रदेश इकाई के भोज से पहले आरजेडी प्रमुख लालू यादव के घर पहुंचे और लालू यादव ने दही का तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तिलक लगाया और कहा कि बीजेपी नीतीश कुमार के खिलाफ जितनी साजिशें करेगी, उससे बीजेपी को ही नुकसान होगा। जेडीयू के भोज में उन्होंने घोषणा कर डाली कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार 20 साल चलेगी।
इससे पहले विधानसभा चुनाव से पहले भी एक निजी होटल में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में लालू ने नीताश को तिलक लगाकर भविष्यवाणी की थी कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
लालू यादव के घर पर आयोजित भोज में एक बार फिर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेताओं की भीड़ के कारण पूरे आयोजन में अफरातफरी का माहौल रहा। इस दौरान लालू और राबड़ी देवी दोनों ने मिलकर खूब मेहमाननवाजी की।
मुख्यमंत्री नीतीश पहले लालू यादव के घर दही-चूड़ा भोज में पहुंचे तो बाद में लालू यादव भी जेडीयू के भोज में पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने बशिष्ट नारायण सिंह को अपने हाथों से तिलकुट खिलाया।
जेडीयू के दही-चूड़ा भोज में अशोक चौधरी, अवधेश सिंह जैसे कई कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। लालू यादव ने इस मौके पर एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला और कहा, 'बीजेपी खटमल की तरह है, जिसे अब बाहर निकालकर फेंका जाएगा और नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री हैं।'
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