श्रीपेरम्बुदूर:
केन्द्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने फिर दोहराया है कि वे राष्ट्रीय खेल विधेयक लाने के कदम से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने इस विधेयक के फायदे बताते हुए कहा कि अगर यह विधेयक पहले पारित हो गया होता तो राष्ट्रमंडल खेलों के समय हुए घोटाले नहीं होते। राष्ट्रीय खेल विकास विधेयक के लागू होने से खेल संघों पर लगाम लगेगी और बीसीसीआई जैसे धनकुबेर संस्था पर भी सरकार का अंकुश लग सकेगा। इस विधेयक को कैबिनेट की मंजूरी नहीं मिल पाई थी क्योंकि कैबिनेट की बैठक में अनेक मंत्रियों को इस विधेयक के कुछ प्रावधानों पर आपत्ति थी। उन्होंने कहा, मै समझता हूं कि इस विधेयक को लागू करने में पहले ही काफी देर चुकी है। हमें इस विधेयक को बहुत पहले लागू कर देना चाहिए था अगर ऐसा हो जाता तो राष्ट्रमंडल खेलों का घोटाला नहीं हो पाता और जो लोग आज तिहाड़ जेल में हैं वे भारतीय ओलिंपिक संघ के पदाधिकारी नहीं होते। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से खेल संघों के आरटीआई के अंतर्गत आने से कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही आ सकेगी। खेल मंत्री ने कहा कि इस विधेयक को लाने का मकसद सरकार का खेलों संघों पर नियंत्रण करना नहीं है।
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