50-50 फॉर्मूले के तहत बन सकती है महाराष्ट्र में नई सरकार, आज गठबंधन के नेताओं की बैठक

महाराष्ट्र में अब शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनाने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

50-50 फॉर्मूले के तहत बन सकती है महाराष्ट्र में नई सरकार, आज गठबंधन के नेताओं की बैठक

एनसीपी और शिवसेना नेता बाकी सहयोगियों से मिलेंगे. (फाइल फोटो)

खास बातें

  • कांग्रेस को मिल सकता है उप मुख्यमंत्री का पद
  • ढाई-ढाई साल सरकार चलाएंगे शिवसेना और एनसीपी
  • आज फिर हैं अहम बैठकें
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में अब शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनाने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसी बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से उनके घर जाकर बातचीत की है. वहीं खबरों के मुताबिक महाराष्ट्र में बनने वाली नई सरकार में शामिल ये तीनों दल 50-50 फॉर्मूले  का पालन करेंगे. इसी फॉर्मूले को  लेकर शिवसेना का बीजेपी से विवाद हुआ था. सूत्रों के मुताबिक ऐसी खबरें हैं कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद संभालने का समझौता हो सकता है. वहीं, कांग्रेस को उपमुख्यमंत्री पद मिल सकता है. इससे पहले कांग्रेस-एनसीपी (Congress-NCP) के बीच कई दौर की बैठकों के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया था कि दोनों पार्टियों के बीच सभी मुद्दों पर सहमति बन गई है और अब शिवसेना के साथ बात होगी.  शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और शरद पवार की मुलाकात ठीक उससे पहले हुई है, जब NCP-कांग्रेस के बीच शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर लगभग सभी मुद्दों पर सहमति बन गई और शुक्रवार को दोनों पार्टियों के नेता मुंबई में बाकी सहयोगियों से बात करेंगे. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सहयोगी दलों से बातचीत के बाद शिवसेना के साथ भी बात होगी और तब हम यह जानकारी दे पाएंगे कि गठबंधन कैसा होगा.

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हलचल तेज, देर रात NCP चीफ शरद पवार से मिले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 

आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई.
 

महाराष्ट्र में जल्द बनेगी सरकार, बैठकों का दौर जारी​

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com