
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Polls 2019) के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को बीजेपी नेत्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) द्वारा देशभक्त बताए जाने पर जारी विवाद के बीच मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) ने गुरुवार को कहा कि ऐसी आपत्तिजनक बयानबाजी को लेकर प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने कहा कि ''मैं साध्वी प्रज्ञा के बयान की सख्त निंदा करता हूं. शुक्र है उन्होंने यह नहीं कहा कि वह देवता थे. अभी तक उन्होंने कहा कि वह देश भक्त हैं, यह बयान भाजपा (BJP) की सोच का प्रतीक है. अब भारतीय जनता पार्टी इसका खंडन करेगी. पहले कहलवा दो और उसके बाद उसका खंडन कर दो. भाजपा के बारे में यह सच्चाई हमारे हर देशवासी को पहचाननी चाहिए कि इनकी सोच में कितनी खोट है. हमारे राष्ट्रपिता के बारे में ऐसी बात कहने वालों के खिलाफ तो, मेरा मानना है कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.''
पश्चिम बंगाल के मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने लोकसभा चुनावों के प्रचार की अवधि घटाने के चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, कि 'यह चुनाव आयोग और सरकार का एक गठबंधन है, यह गठबंधन का परिणाम है. भाजपा स्वीकार करती है कि उसका अन्य दलों से गठबंधन है तो उन्हें अब यह भी स्वीकार करना चाहिए कि उनका चुनाव आयोग से भी गठबंधन है.'
प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को बताया 'देशभक्त', BJP ने बयान से किया किनारा तो मांगनी पड़ी माफी
प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान लगातार आरोप लगा रहे हैं कि सूबे की कमलनाथ सरकार किसान कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस का अहम चुनावी वचन निभाने में नाकाम रही है. सीएम कमलनाथ ने इस पर कहा कि 'मुझे शिवराज से कोई कर्ज माफी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. मुझे तो अपने प्रदेश के किसानों से सर्टिफिकेट चाहिए.'
गौरतलब है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) ने बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर प्रदेश की भोपाल सीट से वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ मौजूदा लोकसभा चुनाव लड़ा है.
VIDEO : प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को बताया देशभक्त
(इनपुट भाषा से भी)
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