उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजस्थान के कोटा में फंसे राज्य के छात्रों को वापस लाने के लिये बसें भेजने के फैसले का शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने स्वागत किया और साथ ही यह भी मांग की कि ऐसे ही कदम उन मजदूरों के लिये भी उठायें जायें जो अपने घरों से दूर फंसे हुये हैं. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने 250 बसें कोटा राजस्थान में फंसे 7,500 छात्रों के लिये भेजी थी. यह छात्र वहां कोचिंग में पढ़ाई कर रहे थे और लॉकडाउन के कारण फंसे हुये थे. शनिवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया, 'कोचिंग पढ़ने वाले लगभग 7,500 युवकों को लॉकडाउन से निकालने व उन्हें सुरक्षित घरो में भेजने के लिए यूपी सरकार ने, काफी बसें कोटा, राजस्थान भेजी है. यह स्वागत योग्य कदम है. बीएसपी इसकी सराहना भी करती है.'
उन्होंने ट्वीट में कहा, 'लेकिन सरकार से यह भी आग्रह है कि वह ऐसी चिन्ता यहां के उन लाखों ग़रीब प्रवासी मज़दूर परिवारों के लिए भी ज़रूर दिखाये, जिन्हें अभी तक उनके घर से दूर नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया जा रहा है.' उत्तर प्रदेश सरकार के इस कदम का राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी स्वागत करते हुये कहा कि अन्य राज्यों के छात्र जो यहां कोचिंग पढ़ने के लिये आये थे और लॉकडाउन के कारण फंस गये हैं उन्हें भी अपने अपने घर ले जाने का प्रयास करें.
उत्तर प्रदेश के करीब 7,500 छात्र कोटा शहर के विभिन्न कोचिंग संस्थानों में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग कर रहे थे और लॉकडाउन के कारण छात्रावास और गेस्ट हाउस में फंसे हुये थे. लॉकडाउन के बाद से ये छात्र अपने अपने घरों को जाने के लिये काफी परेशान थे और सोशल मीडिया पर लगातार अपील कर रहे थे. अधिकारियों के अनुसार इसके बाद आगरा और झांसी से करीब 250 बसें इन छात्रों को ले जाने के लिये शुक्रवार को रवाना की गयी थी.
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