विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को कहा कि गुजरात में जासूसी की शिकार हुई महिला को अपना पक्ष हर हाल में रखना चाहिए।
खुर्शीद ने सवालिया लहजे में कहा, महिला की बिना पर दूसरे लोग क्यों बोल रहे हैं? उसे (महिला) आगे आना होगा और कहना होगा कि मैं निगरानी में रहना चाहती हूं, क्योंकि मुझे खुद पर ही भरोसा नहीं है। क्या वह यह बात कहने में सक्षम है?
एक समाचार चैनल से खुर्शीद ने कहा, महिला को खुद आगे आना चाहिए, न कि उसके पिता को।
खुर्शीद ने आगे कहा कि गुजरात सरकार द्वारा महिला को निगरानी में रखे जाने के आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित किए जाने का निर्णय दूसरी जांचों को विफल करने के उद्देश्य वाला हो सकता है।
खुर्शीद ने कहा, गुजरात में 2002 के (सांप्रदायिक दंगों) बाद से कई जांच चल रहे हैं, लेकिन हमें उन जांचों से कुछ खास संतोषजनक परिणाम नहीं मिले हैं।
उन्होंने आगे कहा, यह कहना अपरिपक्वता होगी कि चूंकि उन्होंने (गुजरात सरकार) जांच के आदेश दे दिए हैं, इसलिए सब कुछ ठीक है।
गुजरात सरकार ने सोमवार को राज्य पुलिस द्वारा 2009 में एक महिला आर्किटेक्ट की जासूसी किए जाने के आरोपों की एक सेवानिवृत्त महिला न्यायाधीश के नेतृत्व में जांच कराने की घोषणा की है।
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