मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया (फाइल फोटो)
मुंबई:
राकेश मारिया को मुंबई पुलिस कमिश्नर की कुर्सी से उतरे अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ है लेकिन इसका असर शीना बोरा हत्याकांड की जांच में साफतौर पर नज़र आने लगा है। बता दें कि इस केस में घिरे बड़े नामों से खुद राकेश मारिया पूछताछ कर रहे और पुलिस कमिश्नर की इस तरह की दिलचस्पी को लेकर काफी भी सवाल खड़े हो रहे थे। लेकिन मौजूदा हालात पर नज़र डाली जाए तो यह हाई प्रोफाइल केस बहुत जल्द एक सामान्य सा मर्डर केस बनकर रह जाएगा।
2012 में अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या करने के आरोप में फंसी मीडिया कर्मी इंद्राणी मुखर्जी और उनके दो साथी संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय से मारिया ने कई घंटों तक लंबी पूछताछ की थी। सोमवार को होम गार्ड्स में तबादले की ख़बर से पहले अपनी आखिरी आधिकारिक ब्रीफिंग में मारिया ने कहा था कि इंद्राणी मुखर्जी के पति और टीवी उद्योगपति पीटर मुखर्जी से उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में पूछताछ की गई है, साथ ही उनसे उनकी कंपनी आईएनएक्स मीडिया के बारे में भी सवाल किए गए हैं जो उन्होंने अपनी पत्नी इंद्राणी के साथ मिलकर स्थापित की थी।
हालांकि सरकार ने कहा है कि एक विशेष अधिसूचना के तहत राकेश मारिया को ट्रांसफर के बावजूद इस केस में पूछताछ की अनुमति दी जाएगी लेकिन सूत्रों के मुताबिक पूर्व पुलिस कमिश्नर को अब ऐसी किसी भी जांच में दिलचस्पी नहीं है। बताया जाता है कि नई पोस्टिंग के बाद राकेश पीछे मुड़कर नहीं देखते और इस बार भी वह ऐसा ही कुछ करने वाले हैं। साथ ही जानकारों का यह भी कहना है कि सिर्फ शीना बोरा केस के लिए जांच टीम का मारिया को रिपोर्ट करना पता नहीं कितना मुमकिन हो पाएगा।
मंगलवार को नए कमिश्नर अहमद जावेद से जब पूछा गया कि क्या इस केस में वह भी अपने पूर्वाधिकारी की तरह निजी तौर पर दिलचस्पी दिखाएंगे तो जवाब मिला 'इस केस में जांच उसी तरह आगे बढ़ेगी जैसा बाकी मामलों में बढ़ती है। यह एक टीम वर्क है और आरोपियों से कौन पूछताछ करेगा इसका फैसला बेहद ही पेशेवर ढंग से लिया जाएगा।' शीना बोरा जांच में अहम केंद्र बने मुंबई के खार स्टेशन पर भी अब कम ही कोलाहल नज़र आ रहा है।
इस पुलिस स्टेशन पर न तो पुलिस चीफ की गाड़ी रुक रही है और न ही मीडिया चैनल के कैमरा। पिछले हफ्ते तक जिन अधिकारियों के साथ इस केस पर धड़ाधड़ बैठकें चल रही थीं, वहीं अफसर अब गुरुवार से शुरू होने वाले गणपति उत्सव की चाक-चौबंद में लग गए हैं। हालांकि मारिया के साथ जांच पड़ताल में लगी टीम के अफसरों का कहना है कि आरोपी के पुलिस हिरासत में भेजे जाने के बाद पूछताछ का अहम हिस्सा लगभग पूरा हो चुका है।
2012 में अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या करने के आरोप में फंसी मीडिया कर्मी इंद्राणी मुखर्जी और उनके दो साथी संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय से मारिया ने कई घंटों तक लंबी पूछताछ की थी। सोमवार को होम गार्ड्स में तबादले की ख़बर से पहले अपनी आखिरी आधिकारिक ब्रीफिंग में मारिया ने कहा था कि इंद्राणी मुखर्जी के पति और टीवी उद्योगपति पीटर मुखर्जी से उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में पूछताछ की गई है, साथ ही उनसे उनकी कंपनी आईएनएक्स मीडिया के बारे में भी सवाल किए गए हैं जो उन्होंने अपनी पत्नी इंद्राणी के साथ मिलकर स्थापित की थी।
हालांकि सरकार ने कहा है कि एक विशेष अधिसूचना के तहत राकेश मारिया को ट्रांसफर के बावजूद इस केस में पूछताछ की अनुमति दी जाएगी लेकिन सूत्रों के मुताबिक पूर्व पुलिस कमिश्नर को अब ऐसी किसी भी जांच में दिलचस्पी नहीं है। बताया जाता है कि नई पोस्टिंग के बाद राकेश पीछे मुड़कर नहीं देखते और इस बार भी वह ऐसा ही कुछ करने वाले हैं। साथ ही जानकारों का यह भी कहना है कि सिर्फ शीना बोरा केस के लिए जांच टीम का मारिया को रिपोर्ट करना पता नहीं कितना मुमकिन हो पाएगा।
मंगलवार को नए कमिश्नर अहमद जावेद से जब पूछा गया कि क्या इस केस में वह भी अपने पूर्वाधिकारी की तरह निजी तौर पर दिलचस्पी दिखाएंगे तो जवाब मिला 'इस केस में जांच उसी तरह आगे बढ़ेगी जैसा बाकी मामलों में बढ़ती है। यह एक टीम वर्क है और आरोपियों से कौन पूछताछ करेगा इसका फैसला बेहद ही पेशेवर ढंग से लिया जाएगा।' शीना बोरा जांच में अहम केंद्र बने मुंबई के खार स्टेशन पर भी अब कम ही कोलाहल नज़र आ रहा है।
इस पुलिस स्टेशन पर न तो पुलिस चीफ की गाड़ी रुक रही है और न ही मीडिया चैनल के कैमरा। पिछले हफ्ते तक जिन अधिकारियों के साथ इस केस पर धड़ाधड़ बैठकें चल रही थीं, वहीं अफसर अब गुरुवार से शुरू होने वाले गणपति उत्सव की चाक-चौबंद में लग गए हैं। हालांकि मारिया के साथ जांच पड़ताल में लगी टीम के अफसरों का कहना है कि आरोपी के पुलिस हिरासत में भेजे जाने के बाद पूछताछ का अहम हिस्सा लगभग पूरा हो चुका है।
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