प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
जम्मू कश्मीर में आतंकियों से निपटने के लिये पूरे राज्य में रेड अलर्ट से माहौल दहशतजदा हो गया है। खुफिया रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने हवाई अड्डों पर चौकसी बढ़ाई है ताकि आतंकियों की उस योजना को विफल किया जा सके जिसके तहत वह राज्य में विमानों को अपहृत कर अपने साथियों को छु़ड़वाने की योजनाओं को अंजाम दे सकते हैं।
खबर ये भी है कि लश्करे तैय्यबा जैसे आतंकी संगठन विमानों के जरिए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले जैसी वारदात को भी अमल में ला सकते है।
सूत्रों से पता चला है कि लश्करे तैय्यबा के करीब 14 आतंकियों को यह टारगेट सौंपा गया है। इससे राज्य सरकार की परेशानी और बढ़ गई है। इन आतंकियों की तलाश में पुलिस का सारा अमला जुट गया है। वैसे आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में लश्करे तैय्यबा के कई आतंकी मारे जा चुके हैं और कई पकड़े भी जा चुके हैं।
पकड़े गए अधिकतर लश्कर आतंकियों में पाकिस्तानी नागरिक हैं जो फिलहाल जेल में बंद हैं। इनकी रिहाई की खातिर अब लश्करे तैय्यबा ने ऐसी योजना को अंजाम देने की तैयारी की है। राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, राज्य के सभी हवाई अड्डों के साथ-साथ दूसरे महत्वपूर्ण स्थानों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है तथा स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पहले से ही 15 अगस्त को लेकर राज्य में दहशत का माहौल था और अब केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा ऐसी चेतावनी दिए जाने के बाद राज्य के लोगों में अजीब सा डर पैदा हो गया है। यह डर पिछले कुछ दिनों से बढ़ते आतंकी हमलों और आतंकी गतिविधियों के कारण भी और बढ़ा है।
याद रहे 1999 में जम्मू उस समय सुर्खियों में आया था जब कोटभलवाल जेल से जैश-ए-मुहम्मद के चीफ मौलाना अजहर मसूद समेत तीन आतंकी नेताओं को उस समय रिहा करना पड़ा था जब आतंकी एक भारतीय विमान को अपहृत कर कंधार ले गए थे।
खबर ये भी है कि लश्करे तैय्यबा जैसे आतंकी संगठन विमानों के जरिए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले जैसी वारदात को भी अमल में ला सकते है।
सूत्रों से पता चला है कि लश्करे तैय्यबा के करीब 14 आतंकियों को यह टारगेट सौंपा गया है। इससे राज्य सरकार की परेशानी और बढ़ गई है। इन आतंकियों की तलाश में पुलिस का सारा अमला जुट गया है। वैसे आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में लश्करे तैय्यबा के कई आतंकी मारे जा चुके हैं और कई पकड़े भी जा चुके हैं।
पकड़े गए अधिकतर लश्कर आतंकियों में पाकिस्तानी नागरिक हैं जो फिलहाल जेल में बंद हैं। इनकी रिहाई की खातिर अब लश्करे तैय्यबा ने ऐसी योजना को अंजाम देने की तैयारी की है। राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, राज्य के सभी हवाई अड्डों के साथ-साथ दूसरे महत्वपूर्ण स्थानों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है तथा स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पहले से ही 15 अगस्त को लेकर राज्य में दहशत का माहौल था और अब केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा ऐसी चेतावनी दिए जाने के बाद राज्य के लोगों में अजीब सा डर पैदा हो गया है। यह डर पिछले कुछ दिनों से बढ़ते आतंकी हमलों और आतंकी गतिविधियों के कारण भी और बढ़ा है।
याद रहे 1999 में जम्मू उस समय सुर्खियों में आया था जब कोटभलवाल जेल से जैश-ए-मुहम्मद के चीफ मौलाना अजहर मसूद समेत तीन आतंकी नेताओं को उस समय रिहा करना पड़ा था जब आतंकी एक भारतीय विमान को अपहृत कर कंधार ले गए थे।
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