उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद जिले के रामगढ़ क्षेत्र में दो सिपाहियों की हत्या के बाद हालात बेकाबू से होते जा रहे हैं। सोमवार को लोगों ने फिरोजाबाद में सड़क जाम कर दी और अपराध पर रोकथाम के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे।
इससे पहले दो पुलिस वालों की हत्या के विरोध में हुए पथराव में डीआईजी विजय सिंह मीणा का पत्थर लगने से सिर फट गया और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
इस हत्या के सिलसिले में सिपाहियों के घरवाले एसओ रामगढ़ थाना पर हत्या करवाने का आरोप लगा रहे हैं। हत्या के बाद यहां पथराव, आगजनी, हाइवे जाम और वाहनों में तोड़फोड़ की गई है।
फिरोजाबाद के प्रभारी एसपी राकेश पांडे (एएसपी) पर भी परिजनों ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है और उन्हें सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं।
अपने दो सिपाहियों की हत्या के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने लापरवाही बरतने के आरोप में रामगढ़ के थाना प्रभारी तथा एक दारोगा को निलंबित कर दिया है।
परिक्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक विजय सिंह मीणा ने बताया था कि रामगढ़ थाने में तैनात सिपाही प्रताप सिंह और गिरिराज किशोर गुर्जर रविवार रात साठ फुटा रोड पर गश्त कर रहे थे। इलाके में कुछ बदमाशों ने लूटपाट की थी और पीड़ित व्यक्ति सिपाहियों के पास शिकायत लेकर आया था।
मीणा ने बताया कि सिपाहियों ने शिकायतकर्ता द्वारा दी गई सूचना के आधार पर बदमाशों का पीछा किया। सैलई मार्ग पर लुटेरे मिल भी गए। पीछा किए जाने पर हमलावरों ने सिपाहियों पर गोलियां चलाईं, जिससे सिपाही गुर्जर की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि सिंह ने आगरा के अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि सिपाहियों की सूचना पर बदमाशों को पकड़ने के लिए प्रमुख चौराहों की नाकाबंदी नहीं करने के आरोप में रामगढ़ के थाना प्रभारी अजय कुमार यादव तथा एक दारोगा को निलंबित कर दिया गया है।
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