पटना:
बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एक बार फिर मैदान में उतर आए हैं और पत्नी राबड़ी देवी और दोनों बेटों - तेजप्रताप और तेजस्वी - के साथ पटना स्थित गांधी मैदान से उन्होंने मुख्यमंत्री पर जबरदस्त हमला बोला।
लालू ने नीतीश कुमार को आरएसएस का तोता बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार तानाशाह हो गए हैं और अब हम उन्हें भगाने वाले हैं। 'परिवर्तन रैली' के दौरान लालू यादव अपने पूरे भाषण में नीतीश पर निशाना साधते रहे। उन्होंने कहा कि नीतीश के राज में घूसखोरी चरम पर पहुंच गई है और उन्हें (नीतीश को) वोट देने वाले लोग अब पछता रहे हैं।
वहीं लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश के राज में राजधानी का बुरा हाल हुआ है। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार थी, तो अगड़े-पिछड़े सभी के लिए काम किया गया था।
गांधी मैदान में लालू यादव ने परिवर्तन रैली कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। रैली में उनके दोनों बेटे भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि इस रैली के जरिये लालू अपने बेटों को राजनीति के मैदान में उतारने के संकेत दे रहे हैं। रैली के मद्दनेज़र पूरे पटना शहर को पोस्टरों से पाट दिया गया। समर्थकों को पटना लाने के लिए लालू ने 13 ट्रेनें बुक कराई थीं। ट्रेनों के अलावा 5,000 बसें और 60 नावों का इंतज़ाम भी किया गया था।
सुबह से ही पटना के गांधी मैदान में रैली में शामिल होने वालों का तांता लगा हुआ था। लालू ने दावा किया था कि इस रैली में आने वाली भीड़ से ही पता चल जाएगा कि बिहार में नीतीश सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। रैली के मद्देनजर पूरे पटना शहर को पोस्टरों से पाट दिया गया और पोस्टरों में लालू के साथ उनके दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी भी छाए रहे।
लालू ने नीतीश कुमार को आरएसएस का तोता बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार तानाशाह हो गए हैं और अब हम उन्हें भगाने वाले हैं। 'परिवर्तन रैली' के दौरान लालू यादव अपने पूरे भाषण में नीतीश पर निशाना साधते रहे। उन्होंने कहा कि नीतीश के राज में घूसखोरी चरम पर पहुंच गई है और उन्हें (नीतीश को) वोट देने वाले लोग अब पछता रहे हैं।
वहीं लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश के राज में राजधानी का बुरा हाल हुआ है। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार थी, तो अगड़े-पिछड़े सभी के लिए काम किया गया था।
गांधी मैदान में लालू यादव ने परिवर्तन रैली कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। रैली में उनके दोनों बेटे भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि इस रैली के जरिये लालू अपने बेटों को राजनीति के मैदान में उतारने के संकेत दे रहे हैं। रैली के मद्दनेज़र पूरे पटना शहर को पोस्टरों से पाट दिया गया। समर्थकों को पटना लाने के लिए लालू ने 13 ट्रेनें बुक कराई थीं। ट्रेनों के अलावा 5,000 बसें और 60 नावों का इंतज़ाम भी किया गया था।
सुबह से ही पटना के गांधी मैदान में रैली में शामिल होने वालों का तांता लगा हुआ था। लालू ने दावा किया था कि इस रैली में आने वाली भीड़ से ही पता चल जाएगा कि बिहार में नीतीश सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। रैली के मद्देनजर पूरे पटना शहर को पोस्टरों से पाट दिया गया और पोस्टरों में लालू के साथ उनके दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी भी छाए रहे।
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