लद्दाख मुद्दे पर पीएम की सर्वदलीय बैठक, AAP और RJD ने बुलाए नहीं जाने पर जताई नाराजगी

सर्वदलीय बैठक (PM's All-Party Meeting) में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के शामिल होने की संभावना है लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) और लालू यादव की राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) इस बैठक में शामिल होने वाले दलों में शामिल नहीं हैं.

नई दिल्ली:

Ladakh Clash: पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक संघर्ष मामले पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई शुक्रवार शाम बुलाई गई सर्वदलीय बैठक (PM's All-Party Meeting) में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के शामिल होने की संभावना है लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) और लालू यादव की राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) इस बैठक में शामिल होने वाले दलों में शामिल नहीं हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार शाम सभी पार्टी अध्यक्षों को बैठक के लिए आमंत्रित किया. RJD के तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट करते हुए सवाल किया कि उनकी पार्टी को आमंत्रित क्यों नहीं किया गया?

AAP और RJD को बैठक से बाहर रखने के कारणों पर चर्चा करते हुए, सूत्रों ने कहा कि संसद में कम से कम पांच सदस्यों वाली पार्टियों को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है. अरविंद केजरीवाल की पार्टी के चार सांसद हैं. इस मसले पर AAP नेता संजय सिंह ने ट्वीट किया, "केंद्र में एक अजीबोगरीब सरकार है. AAP की दिल्ली में सरकार है और पंजाब में मुख्य विपक्ष है लेकिन एक महत्वपूर्ण विषय पर AAP के विचारों की ज़रूरत नहीं है? देश इंतजार कर रहा है कि प्रधानमंत्री बैठक में क्या कहेंगे.''

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बैठक में शामिल होने के बारे में दिए गए स्‍पष्‍टीकरण पर आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने कहा-हमारी पार्टी के पास पांच हैं और इसे सूची में शामिल करना चाहिए था, झा ने NDTV से कहा, "सर्वदलीय बैठक का मतलब यह होना चाहिए कि हम सभी को अपने विचारों को सामने रखने की अनुमति दी जानी चाहिए."बैठक में अन्‍य जिन नेताओं के भाग लेने की संभावना है, उनमें शिवसेना के उद्धव ठाकरे, एनसीपी के शरद पवार, वाईएसआर कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी, जेडी-यू के नीतीश कुमार, डीएमके के एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और सीपीएम के सीताराम येचुरी शामिल हैं.कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल पूर्वी लद्दाख में गालवान घाटी क्षेत्र में हुए हिंसक संघर्ष के मुद्दे पर सरकार पर सरकार पर निशाना साध रहे हैं, इस हिंसक संघर्ष में भारत के 20 सैनिकों को जान गंवानी पड़ी थी. खबरों के अनुसार, संघर्ष में कम से कम 45 चीनी सैनिक या तो मारे गए हैं या घायल हुए हैं.