कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (केएनपीपी) ने शनिवार को पूर्ण उत्पादन क्षमता को हासिल कर लिया और 1,000 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाला देश का पहला परमाणु संयंत्र बन गया है।
संयंत्र निदेशक आरएस सुंदर ने कहा, 'आज एक बजकर 20 मिनट पर कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र ने 1,000 मेगावाट बिजली की पूर्ण क्षमता पर उत्पादन शुरू कर दिया है। हम परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) द्वारा कुछ अनिवार्य परीक्षण करने के लिए इसे बंद करने से पहले कुछ और समय के लिए चलाएंगे।'
उन्होंने यह भी कहा कि केएनपीपी की इकाइयों में बड़ी मात्रा में बिजली उत्पादन की क्षमता है।
सुंदर ने कहा, 'अगर आप दूसरे संयंत्रों को देखे, वे करीब 540 मेगावाट बिजली उत्पादन कर सकते हैं। तापीय संयंत्रों के मामले में 660 या 680 मेगावाट तक जा सकता है। एक अन्य 700 मेगावाट की इकाई फिलहाल निर्माणाधीन है। इसीलिए केएनपीपी देश में पहली इकाई है जो 1,000 मेगावाट बिजली पैदा कर सकती है।'
उन्होंने कहा कि यह देश का 21वां परमाणु ऊर्जा रिएक्टर है और देश का लाइट वॉटर रिएक्टर श्रेणी का पहला प्रेसराइज्ड वॉटर रिएक्टर है। 'केएनपीपी यूनिट एक और 2 वीवीईआर-1000 टाइप रिएक्टर तमिलनाडु के कुडनकुलम में रुसी महासंघ के तकनीकी सहयोग से स्थापित किया गया है।'
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