तिरुवनंतपुरम:
केरल के नगर निकाय चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस नीत यूडीएफ को तगड़ा झटका लगा है और माकपा नीत एलडीएफ ने आधे से ज्यादा निकायों में जीत हासिल की, वहीं बीजेपी ने अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए पैठ बनाई। इन चुनावों को राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
2 नवंबर और 5 नवंबर को दो चरणों में हुए चुनाव के नतीजों के अनुसार एलडीएफ ने छह नगर निगमों में से चार पर कब्जा कर लिया है। इसके अलावा उसने 86 नगर पालिकाओं में से 45 तथा 941 ग्राम पंचायतों में से 545 में भी जीत दर्ज की है।
यूडीएफ सिर्फ दो निगम, 40 नगरपालिका और 366 ग्राम पंचायत ही जीत सकी। इसके बाद वाम मोर्चा और बीजेपी ने सत्तारूढ़ मोर्चा के अभियान की अगुवाई करने वाले मुख्यमंत्री ओमन चांडी के इस्तीफे की मांग की।
बीजेपी को अभी तक राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कोई कामयाबी नहीं मिली है। बीजेपी ने एक नगरपालिका और 14 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की। लेकिन कई स्थानों पर खासकर तिरुवनंतपुरम, एर्नाकुलम और पलक्कड में उसने अच्छा प्रदर्शन कर दोनों गठबंधनों के लिए खतरे की घंटी बजा दी।
2 नवंबर और 5 नवंबर को दो चरणों में हुए चुनाव के नतीजों के अनुसार एलडीएफ ने छह नगर निगमों में से चार पर कब्जा कर लिया है। इसके अलावा उसने 86 नगर पालिकाओं में से 45 तथा 941 ग्राम पंचायतों में से 545 में भी जीत दर्ज की है।
यूडीएफ सिर्फ दो निगम, 40 नगरपालिका और 366 ग्राम पंचायत ही जीत सकी। इसके बाद वाम मोर्चा और बीजेपी ने सत्तारूढ़ मोर्चा के अभियान की अगुवाई करने वाले मुख्यमंत्री ओमन चांडी के इस्तीफे की मांग की।
बीजेपी को अभी तक राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कोई कामयाबी नहीं मिली है। बीजेपी ने एक नगरपालिका और 14 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की। लेकिन कई स्थानों पर खासकर तिरुवनंतपुरम, एर्नाकुलम और पलक्कड में उसने अच्छा प्रदर्शन कर दोनों गठबंधनों के लिए खतरे की घंटी बजा दी।