New Delhi:
लोकपाल मसौदा संयुक्त समिति में अन्ना हजारे पक्ष की ओर से शामिल अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान में बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर हुई कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि बेकसूर लोगों पर लाठीचार्ज ने साबित कर दिया है कि सरकार भ्रष्टाचार में ही लिप्त रहना चाहती है और उसके खिलाफ जो भी आवाज उठाएगा, उसे कुचल देना चाहती है। केजरीवाल ने मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अगर हमने सरकार को धोखेबाज, झूठा और साजिशें रचने वाला कहा, तो क्या गलत कहा। केजरीवाल ने राजघाट पर हो रहे हजारे के अनशन के दौरान कहा कि इस देश की जनता के साथ इतने सालों से भ्रष्टाचार के रूप में धोखा हो रहा है। सरकार पहले प्रस्तावति लोकपाल के दायरे में प्रधानमंत्री को लाने पर सहमति जता चुकी थी, लेकिन बाद में वह पलट गई। इसके बाद शांति भूषण के संबंध में एक सीडी सामने आई, जो बाद में फर्जी पाई गई। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह सब धोखेबाजी, झूठ और षडयंत्र नहीं है। ऐसे में जब हमने बाबा रामदेव से कहा कि सरकार धोखेबाजी कर सकती है, तो क्या गलत कहा था। केजरीवाल ने कहा कि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने धोखेबाजी जैसे शब्दों पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि समाज के सदस्यों को इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए और यह भी कहा था कि समाज के सदस्य साथ दें या न दें हम 30 जून तक लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार कर लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार हमारे बिना लोकपाल विधेयक का मसौदा तो तैयार कर लेगी, लेकिन प्रस्तावित लोकपाल के दायरे में वह प्रधानमंत्री, उच्च न्यायपालिका और सांसदों के आचरण को शामिल नहीं करेगी।
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