कर्नाटक के धारवाड़ में बहुमंज़िला इमारत के मलबे में लगभग तीन दिन से दबा बाद एक शख्स सही सलामत चलकर बाहर निकल आया. मंगलवार को हुए इस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई. भवन में फंसे 62 लोगों को अब तक बचाया गया है. अभी तीन-चार और लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है.
धारवाड़ में शुक्रवार की सुबह बचाव कार्य में लगे कर्मियों की बांछें खिल गईं जब करीब 24 साल का एक युवक लगभग 62 घंटे मलबे में दबे रहने के बाद रास्ता मिलते ही सही सलामत खुद चलकर बाहर निकल आया. युवक को अस्पताल ले जाया गया जहां एहतियात के तौर पर उसकी देखभाल की जा रही है.
बेंगलुरु से करीब 400 किलोमीटर दूर धारवाड़ में यह हादसा 19 मार्च को दोपहर में हुआ. धारवाड़ में पांच मंजिल की इमारत अचानक ढह गई और काफी लोग मलबे में दब गए.
कर्नाटक के धारवाड़ में निर्माणाधीन इमारत के ढहने से 1 की मौत, 40 लोगों के फंसे होने की आशंका
गाजियाबाद से लेकर बेंगलुरु तक की NDRF की टीमों ने स्थानीय एजेंसियों के साथ जुटकर मशक्कत की तब जाकर 60 से ज्यादा लोगों को मलबे से निकाला जा सका जिनमें से कई का इलाज अब भी चल रहा है.
#WATCH Man rescued from Dharwad building collapse site today after the under-construction building collapsed on March 19. #Karnataka pic.twitter.com/ODimTCxdoG
— ANI (@ANI) March 22, 2019
सरकार ने मृतकों के परिवारों को पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है जिसमें से दो लाख रुपये फौरन दिए जा रहे हैं. घायलों को 50 हजार से दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
VIDEO : धारवाड़ में पांच मंजिल का भवन गिरा
सरकार ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. प्रोजेक्ट इंजीनियर सहित पांच आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में हैं. विपक्षी दल बीजेपी इस मामले में हाई कोर्ट के मौजूदा जज से जांच कराने की मांग कर रहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं