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This Article is From Sep 07, 2019

JNU के छात्रसंघ चुनाव में 7 सालों में सबसे ज्यादा मतदान, अदालत ने परिणाम पर लगाई रोक

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव में शुक्रवार को 67.9 फीसदी मतदान हुआ. माना जा रहा है  कि पिछले सात साल के मुकाबले इस बार सबसे ज्यादा मतदान हुआ है.

JNU के छात्रसंघ चुनाव में 7 सालों में सबसे ज्यादा मतदान, अदालत ने परिणाम पर लगाई रोक
कोर्ट ने JNU छात्रसंघ के चुनाव परिणाम घोषित करने पर 17 सितंबर तक रोक लगा दी. 
नई दिल्ली:

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव में शुक्रवार को 67.9 फीसदी मतदान हुआ. माना जा रहा है  कि पिछले सात साल के मुकाबले इस बार सबसे ज्यादा मतदान हुआ है. पिछले साल 67.8 फीसदी मतदान हुआ था. JNUSU चुनाव समिति ने शुक्रवार को डीन ऑफ स्टूडेंट्स पर पहले चरण के मतदान के दौरान मतदान केंद्र में प्रवेश कर चुनाव प्रक्रिया में ‘दखल' देने का आरोप लगाया. शुक्रवार को मतदान में कुल 8,488 पंजीकृत मतदाताओं में से 5,762 छात्र-छात्रों ने मतदान किया. दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को छात्र संघ के चुनाव के परिणाम घोषित करने पर 17 सितंबर तक रोक लगा दी. 

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इस मामले की सुनवाई 17 सितंबर को होगी.    अदालत ने अपने आदेश में कहा कि अंतिम परिणाम की घोषणा अदालत के अगले आदेशों पर निर्भर करेगा. इसके बाद अदालत ने विश्वविद्यालय को अगली सुनवाई तक परिणाम नहीं जारी करने का निर्देश दिया. चुनाव में विभिन्न पदों के लिए 14 उम्मीदवार मैदान में हैं. मतों की गिनती रात नौ बजे से शुरू होनी थी. चुनाव समिति के अध्यक्ष शशांक पटेल ने कहा, ‘शिकायत निवारण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जो डीन ऑफ स्टूडेंट्स भी हैं, ने मतदान केंद्र के अंदर जाकर चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया. यह लिंगदोह समिति की सिफारिशों और उच्च न्यायालय के एक आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है.' डीन उमेश कदम ने इस मुद्दे पर फोन और संदेशों का जवाब नहीं दिया. 

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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