दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार को दो छात्र गुटों के बीच हुई झड़प के बाद मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. जानकारी मिली है कि स्टूडेंट यूनियन जेएनयूएसयू, एसएफआई, डीएसएफ और आइसा की तड़के मिली शिकायत पर एबीवीपी से जुड़े अज्ञात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 323/ 341/509/ 506/ 34 के तहत केस दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस का कहना है एबीवीपी के छात्रों की तरफ से शिकायत भी जल्द मिल जाएगी. उनकी शिकायत पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इसे लेकर एबीवीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने पूजा का आयोजन किया था. JNUSU के 150-200 गुंडे लाठियों के साथ घुस आए. उन्होंने हमारे रामनवमी के झंडे को फाड़ दिया. हमारे छात्र घायल हो गए हैं. हमने एफआईआर दर्ज करवा दी है. वामपंथियों का हर बार एक ही एजेंडा है, पहले भी इन्होंने गिलानी को बुलाया था और भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाए थे. कल भी वैसे ही हुआ. हम देर रात तक अस्पताल में रहे. कल रात हम बहुत डरे हुए थे. वे लाठियों के साथ खड़े थे. नॉनवेज को लेकर कोई विरोध नहीं था. ये हिन्दू त्योहारों को बर्दाश्त नहीं कर सकते.
जेएनयू विवाद पर जेएनयू एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि लोग हमारी रामनवमी की पूजा का विरोध कर रहे थे. हमारी पूजा और रमजान एक साथ चल रहे हैं. उस समय इन लोगों ने पूजा रोकने की कोशिश की लेकिन वो संख्या में कम थे इसलिए सफल नहीं हो सके. इसके बाद शाम को करीब 150 लोग इकठ्ठा होकर आए और कावेरी होस्टल में हमला कर दिया. नॉन वेज को लेकर कोई विवाद नहीं था जिसे जो खाना है उस पर कोई पाबंदी नहीं है. हमें नही पता दूसरे पक्ष के लोगों को किसने मारा. हम थोड़ी देर में पुलिस को शिकायत देंगे, हमारे कुल 9 लोग घायल हैं. अभी लोग अस्पताल से आये हैं हम पुलिस के पास जाएंगे.
विवाद पर जेएनयू छात्रसंघ की काउंसलर अनघा ने कहा कि पूरा विवाद नॉन वेज को लेकर था. एबीवीपी के लोगों ने नॉन वेज बनाने से रोका, जब हमने विरोध किया तो हम पर हमला किया. हमारे लोगों को चोटें आईं. पुलिस और जेएनयू के सुरक्षा गार्डों ने कुछ नहीं किया. रामनवमी की पूजा को लेकर कोई विवाद नहीं था, इन्होंने पूजा आराम से की. सारा झगड़ा डिनर के समय हुआ.
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