झारखंड में नौकरशाह से नेता बने रामेश्वर उरांव कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. झारखंड में मौजूदा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन का दारोमदार इस दिग्गज नेता के कंधों पर है. पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहे 72 वर्षीय रामेश्वर उरांव अब विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाएंगे. कांग्रेस ने इस बार उन्हें लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा है. यहां पर उनका मुकाबला बीजेपी के सुखदेव भगत और झारखंड विकास मोर्चा के पवन तिग्गा से है.
रांची यूनिवर्सिटी में शिक्षित रामेश्वर उरांव का जन्म 14 फरवरी 1947 को पलामू के चियांकी में हुआ. सन 1974 में रागिनी मिंज से उनका विवाह हुआ. झारखंड के कांग्रेस के नेता रामेश्वर उरांव पहले आईपीएस अधिकारी थे. वे सन 1972 में आईपीएस चयनित हुए थे. उन्हें पुलिस सेवा के दौरान राष्ट्रपति पुलिस पदक भी मिला था. झारखंड पुलिस के एडीजी पद से 2004 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में अपना सफर शुरू किया.
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झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव दो बार सांसद और एक बार केंद्र में राज्यमंत्री रह चुके हैं. वे लोहरदगा के सांसद रह चुके हैं. मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री के पहले कार्यकाल के दौरान वे केंद्र सरकार में मंत्री बनाए गए थे. उन्हें आदिवासी मामलों का राज्यमंत्री बनाया गया था. उरांव अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
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झारखंड में पहले चरण में 13 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. चतरा,गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, लातेहार, मनिका, पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भावनाथपुर विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. झारखंड में विधानसभा चुनाव कुल पांच चरणों में होंगे जो कि 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक होंगे. चुनाव परिणाम 23 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
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